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कोरोना वैक्सीन खत्म? BJP के राज्यों में भी 1 मई से सबको टीका नहीं

कर्नाटक, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, बिहार ने भी कहा 1 मई से टीकाकरण संभव नहीं

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कोरोना का कहर शहर शहर. इससे बचने का एक ही रास्ता है वैक्सीन और वैक्सीन है नहीं. सरकार 1 मई से 18 साल से ऊपर के हर शख्स को वैक्सीन देने का ऐलान कर चुकी है. जब राज्यों ने कहा कि वैक्सीन की कमी है तो केंद्र ने इसे झूठ बताया. अब बीजेपी शासित राज्यों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं. 1 मई से वो भी सबको वैक्सीन नहीं दे पाएंगे. महाराष्ट्र, दिल्ली और मध्य प्रदेश समेत कुछ राज्यों के बाद अब कर्नाटक, तमिलनाडु और जम्मू कश्मीर ने भी कोविड टीकाकरण अभियान पर रोक लगा दी है. यूपी सिर्फ 7 जिलों में सबके लिए वैक्सीन अभियान शुरू करेगा.

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कर्नाटक में स्टॉक नहीं

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, “18 से 45 उम्र के जिन लोगों ने Co-Win एप पर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, उन्हें वैक्सीन का स्टॉक आने के बाद सूचना दी जाएगी.”

इससे पहले मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने राज्य में वैक्सीन की कमी का हवाला देते हुए वैक्सीनेशन कैंपेन को लेकर असमर्थता जताई थी. 29 अप्रैल को सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि, राज्य में कोरोना वैक्सीन के अब तक 99.40 लाख डोज सप्लाई हुए हैं,जिनमें से 93.50 लाख डोज लगा दिए गए हैं इसलिए अब राज्य के पास सिर्फ 5.9 लाख वैक्सीन की खुराक बची हैं.

सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि राज्य सरकार 1 करोड़ वैक्सीन डोज मंगा रही है, जिसका ऑर्डर दिया जा चुका है. वैक्सीन मिलने के बाद ही वैक्सीनेशनस कैंपेन में तेजी आएगी.

बिहार में भी कोरोना वैक्सीन की कमी, टीकाकरण अधर में

बिहार में भी 1 मई से कोविड वैक्सीनेशन वैक्सीन की कमी की वजह से शुरू नहीं हो पाएगा. राज्य सरकार को फिलहाल वैक्सीन मिलने का इंतजार है.

राज्य में 1 मई से वैक्सीनेशन होने की संभावना नहीं दिखती है और सब कुछ वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर करता है.
मनोज कुमार, स्पेशल सेक्रेटरी, स्वास्थ्य विभाग, बिहार

उन्होंने कहा कि, “सीरम इंस्टीट्यूट को 1 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर दिया जा चुका है. लेकिन बिहार की तरह कई राज्यों ने वैक्सीन का ऑर्डर दिया है इसलिए हमें वैक्सीन के लिए कुछ समय तक इंतजार करना होगा.”

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यूपी में सिर्फ सात जिलों में लगेंगे टीके

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया है कि 1 मई से सिर्फ 7 जनपदों में इसे शुरू किया जाएगा. जिन जनपदों में 9000 से ज्यादा सक्रिय मामलें हैं, वहां वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जाएगा. ताज्जुब है कि ऑक्सीजन और बेड के लिए तरसती जनता को वैक्सीन के लिए क्यों तरसाया जाए

जम्मू-कश्मीर में 1 मई से वैक्सीनेशन नहीं

वहीं वैक्सीन की कमी की वजह से जम्मू-कश्मीर में भी 1 मई से 18 से अधिक आयु वाले लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा. राज्य प्रशासन ने इसकी घोषणा की है. हालांकि 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को टीकाकरण कार्यक्रम पहले की तरह जारी रहेगा.

जम्मू-कश्मीर राज्य प्रशासन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि..

18 से 45 वर्ष के लोगों के लिए Co-Win वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया, लेकिन यह टीकाकरण 1 मई से शुरू नहीं हो पाएगा.

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तमिलनाडु ने भी जताई असमर्थता

तमिलनाडु सरकार ने भी 1 मई से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं. राज्य के स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, उनके पास सिर्फ 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को देने के लिए वैक्सीन डोज बचे हुए हैं.

तमिलनाडु के हेल्थ सेक्रेटरी जे राधाकृष्णनन ने कहा कि, “तमिलनाडु अभी इस स्थिति में नहीं है कि वह 1 मई से 18 से 45 वर्ष की आयु वाले लोगों का वैक्सीनेशन शुरू कर सके. क्योंकि राज्य के पास इसके लिए वैक्सीन की उपलब्धता नहीं है.”

महाराष्ट्र, छत्तीसगढ, राजस्थान, एमपी में भी एक ही कहानी..वैक्सीन की कमी

इससे पहले महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ भी 1 मई से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर हाथ खड़े कर चुके हैं. इन सभी राज्यों ने 18 से 45 वर्ग की आयु वाले लोगों के वैक्सीनेशन को लेकर वैक्सीन की कमी का हवाला दिया है.

लगभग सभी राज्यों ने केंद्र सरकार से वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने की अपील की है,साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोविशील्ड वैक्सीन का ऑर्डर दिया है.

विभिन्न राज्यों में वैक्सीन की कमी को देखते हुए ऐसा लगता है कि 1 मई से शुरू होने वाला कोरोना टीकाकरण अभियान खटाई में पड़ सकता है.

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