कोरोना वायरस के खिलाफ जंग के दौरान रक्षा मंत्रालय ने सेनाओं से सभी रक्षा सौदों को रोकने का निर्देश दिया है. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (24 अप्रैल) को सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सशस्त्र बलों के ऑपरेशनल कमांडरों के साथ एक बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री ने सेना के संचालन और कोरोना से निपटने के लिए सेनाओं के योगदान की चर्चा की. उन्होंने कहा, सेना सीमित संसाधनों में हर संभव कदम उठाए.
बैठक में ऑपरेशनल कमांडरों ने कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के बीच सैन्य गतिविधियों और तैयारियों के बारे में बताया. वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कमांडरों से कहा कि,
कोरोना के इस संकट काल में सेना की तैयारियों में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाए और सीमित संसाधनों के इस्तेमाल से हर संभव कदम उठाए जाएं. किसी भी बाहरी चुनौतियों से निपटने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है.
भारत के विरोधियों को मौका न मिले
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के कमांडरों को कहा कि, वे यह सुनिश्चित करें कि भारत के विरोधियों को वर्तमान स्थिति में किसी तरह का फायदा उठाने का अवसर न मिले. उन्होंने ये भी सुनिश्चित करने को कहा कि, कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए वित्तीय संसाधनों का न्यायिक उपयोग हो.
रक्षा मंत्री ने सेना के कमांडरों को उन कार्यों और परियोजनाओं की पहचान करने को कहा है, जो अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में सहायता कर सकते हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखें ध्यान
राजनाथ सिंह ने सेना को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हर संभव योगदान देने की अपील की है. साथ ही कहा कि वह सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखें.
बता दें कि, तीनों सेनाओं को रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि कोरोना संकट काल तक तीनों सेना नए हथियार के सौदों को फिलहाल स्थगित कर दें. रक्षा मंत्रालय का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से बजट में की गई कटौती को देखते हुए ये फैसला लिया गया है.
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