दिल्ली के अस्पतालों के लिए राहत की खबर आई है. छत्तीसगढ़ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस दिल्ली पहुंच गई है. ऑक्सीजन टैंकर लिए ये ट्रेन 27 अप्रैल की सुबह दिल्ली कैंट पहुंची. अब इस 70 टन ऑक्सीजन को राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भेजा जा रहा है. कोविड के बढ़ते आंकड़ों के बीच दिल्ली के अस्पताल रोजाना ऑक्सीजन के लिए जूझ रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से ऑक्सीजन एक्सप्रेस 26 अप्रैल को चली थी. चार टैंकर जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड में ऑक्सीजन से भरे गए थे.
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्विटर पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस के दिल्ली पहुंचने की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, "राजधानी में मरीजों के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस रायगढ़ से दिल्ली पहुंच गई है. भारतीय रेलवे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है."
भारतीय रेलवे ने बताया है कि 27 अप्रैल की सुबह तक वो देश में 450 टन ऑक्सीजन डिलीवर कर चुका है.
दिल्ली के अस्पतालों का बुरा हाल
देश में कोविड संक्रमण बढ़ने के बाद से दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी का संकट गहरा गया है. रोजाना कई अस्पताल ऑक्सीजन के लिए गुहार लगा रहे हैं. राजधानी का सर गंगाराम अस्पताल पिछले कुछ दिनों में कई बार ऑक्सीजन के लिए SOS भेज चुका है.
26 अप्रैल को गंगाराम अस्पताल फिर एक बार बेबस हो गया. अस्पताल ने कहा कि वो बहुत संकट की स्थिति में है, और हालात भीख मांगने और उधार लेने जैसे हो गए हैं. पिछले दिनों गंगाराम अस्पताल में 25 मरीजों की मौत हो गई थी. हालांकि बाद में कहा गया था कि ये मौतें ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुईं.
दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के बीच केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार आमने-सामने है. दिल्ली सरकार पर आरोप है कि वो राजधानी में 8 ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्लांट लगाने में मदद नहीं कर पाई. इस आरोप को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने झूठा बताते हुए कहा कि "केंद्र सरकार दिल्ली में ऑक्सीजन प्लांट न लगा पाने की अपनी नाकामी छुपाने के लिए झूठे बयान दे रही है."
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