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'वर्क फ्रॉम होम', 'वर्क फ्रॉम हिमाचल प्रदेश' जैसा बन गया है: DGP

इस मामले पर पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. मैथ्यू वर्गीज का क्या कहना है?

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COVID-19 महामारी के बीच घरों की कैद और गर्मी से निजात पाने के लिए हजारों लोग पहाड़ी जगहों पर जाकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. इसी को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) संजय कुंडू का कहना है कि ऐसा लगता है कि 'वर्क फ्रॉम होम' 'वर्क फ्रॉम हिमाचल प्रदेश' बन गया है.

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उन्होंने कहा कि एक ओर जहां राज्य की इकनॉमी में एक स्वागत योग्य ग्रोथ देखी जा रही है, वहीं दूसरी ओर न केवल शिमला और मनाली जैसी लोकप्रिय जगहों पर बल्कि नग्गर और जिभी जैसे कम-ज्ञात शहरों में भी भीड़ बढ़ना चिंता का कारण है. ऐसे में उन्होंने लोगों से कोविड संबंधी उचित व्यवहार का आह्वान किया है.

पर्यटकों की आमद में बढ़ोतरी ने पुलिस बल की जिम्मेदारी बढ़ा दी है, जिसने यह सुनिश्चित करने के लिए शहरों में विभिन्न प्रवेश और निकास बिंदुओं पर चौकियां लगाई हैं कि कोविड मानदंडों का पालन किया जा रहा है.

उन्होंने कहा, ''कई कंपनियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने लंबे समय से वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) की संस्कृति को अपनाया हुआ है, ऐसे में हम देख रहे हैं कि वर्क फ्रॉम होम, वर्क फ्रॉम हिमाचल प्रदेश जैसा बन गया है.''

कुंडू ने कहा कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है, लेकिन साथ ही हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि लोग मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने सहित दिशानिर्देशों का पालन करें.

इस मामले पर पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. मैथ्यू वर्गीज का कहना है, ''पर्यटन स्थलों पर भीड़ बढ़ रही है क्योंकि लोग घरों में रहते-रहते थक चुके हैं. उनको अनुमति दीजिए, लेकिन खुली जगह में.''

(PTI के इनपुट्स समेत)

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