गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि कोविड -19 की दूसरी लहर इतनी तेजी से फैली कि उस पर नियंत्रण पाना मानवीय रूप से संभव नहीं था. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द टीका लगवाने से नागरिक यह संकल्प ले सकते हैं कि अब कोई भी व्यक्ति कोविड से नहीं मरेगा.
बता दें कि अमित शाह गांधीनगर जिले के कलोल विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जो कि गांधीनगर लोकसभा (एलएस) निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है, एक गांव झील सौंदर्यीकरण परियोजना के शिलान्यास समारोह में भाग लेने के बाद, शाह ने लोकसभा क्षेत्र में 25 करोड़ रुपये से अधिक के 54 अन्य विकास कार्यों का उद्घाटन किया.
गुजराती में बोलते हुए, शाह ने कहा, “कोरोना (महामारी) के दौरान, दुनिया, भारत और गुजरात ने बहुत कठिन समय देखा है. हमें बहुत सारे रिश्तेदारों को खोना पड़ा. मानवीय क्षमता से परे प्राकृतिक आपदा आने पर कोई भी मानवीय प्रयास व्यर्थ साबित होता है. दूसरी लहर में कोरोना इतनी तेजी से फैला कि मानवीय रूप से उस पर काबू पाना संभव नहीं था. लेकिन उस परिस्थिति में भी, देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई (मोदी) ने गांवों और शहरों को 6-7 दिनों में 10 गुना ऑक्सीजन देने की व्यवस्था करने का प्रयास किया."
“एक संकल्प लिया जा सकता है कि अब नारदीपुर और गांधीनगर निर्वाचन क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति कोरोना से नहीं मरेगा. आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव है. मैं कहता हूं कि यह संभव है. नरेंद्रभाई (मोदी) ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के लिए मुफ्त टीकाकरण की व्यवस्था की है। हमें सभी के लिए टीकों की व्यवस्था सावधानी से करनी चाहिए.”अमित शाह
यह विश्वास व्यक्त करते हुए कि टीकाकरण कार्यक्रम ठीक से चल रहा होगा, उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों के मन से किसी भी गलतफहमी या संदेह को दूर करने का आह्वान किया.
“किसी को भी वैक्सीन से डरने की जरूरत नहीं है. यही वैक्सीन हमें कोरोना से बचा सकती है यह लोगों की जान बचा सकता है."अमित शाह
शाह ने केंद्र सरकार की जून से नवंबर में दीवाली तक गरीब लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने की योजना के बारे में भी बताया और पार्टी लाइन के चुने हुए नेताओं, स्थानीय युवाओं को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि यह लाभार्थियों तक पहुंचे.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि प्रत्येक सरकारी योजना का लाभ निर्वाचन क्षेत्र के लोगों तक पहुंचे, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि गैस कनेक्शन, पानी के नल कनेक्शन और शौचालय के बिना एक भी घर नहीं रहे.
गांधीनगर जिले में अपने पैतृक मनसा के नजदीक नारदीपुर गांव के साथ अपने व्यक्तिगत संबंध का खुलासा करते हुए, अमित शाह ने कहा कि नारदीपुर की एक भावनाबेन उनकी बहन की दोस्त थी.
शाह ने कहा, "मैं हर रक्षाबंधन को राखी बंधवाने के लिए नारदीपुर में उनके घर आया करता था क्योंकि उनका भाई यहां नहीं था. भावनाबेन एक ब्राह्मण परिवार से थीं और अब वह अमेरिका में बस गई हैं.
गांधीनगर में राजभवन में एक सम्मान समारोह में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गुजरात में ऐसे बहुत से समुदाय हैं जो टीकाकरण कराने से हिचकिचाते हैं.
“गुजरात में बहुत सारे समुदाय हैं जो टीकाकरण कराने से हिचकिचाते हैं. उनके पास वैज्ञानिक समझ नहीं है. जाना और जागरूकता फैलाना हमारी जिम्मेदारी है."अमित शाह
इस कार्यक्रम में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे. शाह ने कहा, 'मोदीजी ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों का मुफ्त में टीकाकरण करने का फैसला किया है. किसी को कोई पैसा नहीं देना है, राज्य सरकारों के पास से खर्च नहीं होना है. लोगों को बस जाकर टीका लगवाना है.”
राज्य सरकारों और देश के लोगों को एकजुट करने की मोदी की क्षमता को कोविड के खिलाफ युद्ध की सफलता का श्रेय देते हुए शाह ने कहा,
"जब हम वैश्विक आंकड़ों का अध्ययन करते हैं, तो हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने बहुत अच्छे तरीके से कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ी है."
मंत्री ने गुजरात के राज्यपाल की पहल "कोरोना सेवा यज्ञ" में भाग लेने वालों को भी प्रशंसा पत्र दिए, जहां राज्य में कोरोना योद्धाओं को एक लाख से अधिक किट वितरित किए गए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)