कोरोना की दूसरी लहर में हो रही मौतों, सरकार की कम तैयारी, ऑक्सीजन-बेड की कमी के बारे में जब सरकार से सवाल उठते हैं तो सरकार कहती है कि ये लहर आ रही है, किसी को क्या पता था. अब सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कहा है कि तीसरी लहर का आना तय है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब तीसरी लहर की भविष्यवाणी कर पा रहे हैं तो दूसरी का क्यों नहीं किया था.
कोरोना की तीसरी लहर से जुड़ी टिप्पणी पर उठे सवाल
देश के जाने-माने स्ट्रेटेजिक थिंक टैंकर ब्रह्म चेलानी ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार की टिप्पणी पर सवाल उठाए हैं.
ब्रह्म चेलानी ने कहा कि भारत कोविड की मौजूदा लहर से लड़ाई लड़ रहा है. इससे पहले की हालात खराब हों, सरकार के प्रिसिंपल साइंटिफिक एडवाइजर, जिनके पास महामारी विज्ञान का कोई अनुभव नहीं है, वे न्यूज पेपर में सुर्खिया बंटोरने के लिए कोरोना की तीसरी लहर आने का दावा कर रहे है. यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना है और इससे लोगों में डर बढ़ेगा.
ब्रह्म चेलानी ने कहा कि अगर सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर विश्वास के साथ कह सकते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर तय है, तो वे कोविड की दूसरी लहर की भविष्यवाणी करने में क्यों चूक गए? इस समय देशभर के लोग पहले से भय के माहौल में जी रहे हैं. मीडिया को उनकी बातों को दिखाने से पहले, उनसे यह सवाल पूछना चाहिए था.
हालांकि अब इस संबंध में भी कई रिपोर्ट आ चुकी हैं कि दरअसल एक्सपर्ट्स ने सरकार को चेताया था कि दूसरी लहर आ रही है. अगर सरकार तब भी जगती तो हजारों जानें बच सकती थीं.
सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार ने आखिर क्या कहा था?
केंद्र सरकार से शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमें कोरोना महामारी की नई लहरों के लिए तैयार रहना होगा. के विजय राघवन के अनुसार, कोरोना की तीसरी लहर निश्चित है लेकिन सर्कुलेट हो रहे रहे वायरस के हाई लेवल को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि तीसरा फेज कब आएगा, इसलिए हमें नई लहरों के लिए तैयार रहना चाहिए.
विजयराघवन ने कहा, ‘भारत समेत दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट पैदा होंगे लेकिन ट्रांसमिशन को बढ़ाने वाले वेरिएंट के स्थिर होने की संभावना है. इम्यून से बचने वाले वेरिएंट और जो बीमारी की गंभीरता को कम करते हैं या बढ़ाते हैं, वे आगे बढ़ेंगे.
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