केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (DGHS) ने कोविड-19 के इलाज की नई गाइडलाइन जारी की है. इसके मुताबिक आइवरमेक्टिन और डॉक्सीसायक्लाइन के अलावा जिंक और मल्टीविटामिन टेबलेट बंद करने को कहा गया है.
नई गाइडलाइन में माइल्ड केस के लक्षणों के इलाज में आने वाली दवाइयों को छोड़कर बाकी सभी को हटा दिया गया है. नई SOP में साफ तौर पर बताया गया है कि किसे रेमडेसिविर और Tocilizumab लेनी चाहिए और किसे स्टेरॉयड लेने चाहिए.
कोविड टेस्ट पॉजिटिव लेकिन लक्षण न होने पर क्या करना होगा?
- Hydroxychloroquine, Ivermectin, Zinc या Doxycycline समेत कोई भी दवाई की जरूरत नहीं है.
- अगर कोई लक्षण नहीं हैं और कोई कोमोर्बिडिटी है, तो उसकी दवाई ले सकते हैं
- अस्पताल जाने की जरूरत नहीं, फोन पर डॉक्टर से सलाह लें
- पानी पीते रहें और अच्छी डाइट लें
- दिन में 3-4 बार छह-मिनट चलने का टेस्ट ले सकते हैं
- इस स्टेज पर और कोई टेस्ट की जरूरत नहीं
माइल्ड COVID-19 लक्षण किसे माना जाता है?
- इनमें से कोई एक या कई लक्षण हों: बुखार, खांसी, गला खराब, कमजोरी, दस्त, पेट की दिक्कतें, जी मिचलाना
- लेकिन ये लक्षण नहीं हों: सांस लेने में तकलीफ
- रेस्पिरेटरी रेट 24 प्रति मिनट से कम
- SpO2: ≥ 94%
माइल्ड लक्षण वाले मरीजों में ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल क्या है?
- सिर्फ लक्षण ठीक करने के लिए दवाई दी जानी चाहिए
- बुखार, सांस लेने में तकलीफ, SpO2 कम होना या कोई लक्षण बिगड़ने की खुद से मॉनिटरिंग
- खांसी के लिए सांस के जरिए लिए जाने वाला Budesonide, पांच दिन तक 800 mcg डोज
- कोई खास कोविड ड्रग देने की जरूरत नहीं
क्या माइल्ड लक्षण वालों को CT स्कैन या कोई टेस्ट कराने की जरूरत है?
- अगर लक्षण बिगड़ते हैं या रहते हैं तभी आगे टेस्ट की जरूरत है
- मरीज को कोविड केयर सेंटर या होम आइसोलेशन में मॉनिटर किया जा सकता है.
क्या कोविड संक्रमित होने पर आइवरमेक्टिन या जिंक टेबलेट लेनी चाहिए?
नई गाइडलाइन इसकी सलाह नहीं देती है. इस गाइडलाइन में कई ऐसी दवाइयों को हटा दिया गया है, जिसे पहले डॉक्टर लेने की सलाह देते थे.
रेमडेसिविर किसे लेनी चाहिए?
रेमडेसिविर DCGI से मंजूरी प्राप्त एक रिजर्व ड्रग है, जिसे सीमित वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन मिला है. इसे अस्पताल में भर्ती मॉडरेट/गंभीर कोविड मरीजों को कुछ चुनिंदा मामलों में बीमार होने के 10 दिनों के अंदर दिया जाना चाहिए जो कि सप्लीमेंटल ऑक्सीजन पर हों.
Tocilizumab किसे दी जानी चाहिए?
Tocilizumab एक इम्युनोसप्रेसेंट दवाई है और इसे DCGI ने सिर्फ गंभीर और अति-गंभीर कोविड मरीजों में इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है. इसके इस्तेमाल के लिए ये स्थिति होनी जरूरी है:
- अगर स्टेरॉयड देने के 24-48 घंटों बाद भी मरीज की ऑक्सीजन जरूरत में कोई सुधार न दिखे
- अगर इंफ्लेमेटरी मार्कर काफी बढ़ जाएं (C-Reactive Protein≥75 mg/L)
- हालांकि, ये सुनिश्चित किया जाए कि दवाई दिए जाने के समय मरीज में कोई बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण न हो.
कोविड मरीजों को स्टेरॉयड देना सुरक्षित है?
- स्टेरॉयड बिना लक्षण वाले मरीजों या माइल्ड केस में देना नुकसानदायक है
- स्टेरॉयड अस्पताल में भर्ती गंभीर या अति-गंभीर मामलों में दिए जाने चाहिए
- खुद से स्टेरॉयड नहीं लेने चाहिए
- स्टेरॉयड देने के बाद मरीजों में ब्लड ग्लूकोज मॉनिटर करना अनिवार्य है क्योंकि इससे ग्लूकोज लेवल बढ़ सकता है
- किसी भी केस में कोविड संक्रमण या उसका इलाज सामान्य व्यक्ति में डायबिटीज जैसी स्थिति कर सकता है या डायबिटीज के मरीजों में स्थिति खराब हो सकती है
- ये भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि स्टेरॉयड से वायरल शेडिंग लंबे समय तक चल सकती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)