देश में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण 1 अप्रैल से शुरू हो गया है. 1 अप्रैल को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि अब देश के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सभी दिन टीके लगाए जाएंगे, सरकारी छुट्टियों के दिन भी वैक्सीनेशन का काम होगा.
इससे पहले क्विंट हिंदी ने अपनी स्टोरी में बताया था कि वीकेंड पर वैक्सीनेशन की संख्या काफी कम है और वक्त की जरुरत है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को वीकेंड की भेंट नहीं चढ़ने दिया जाए. इसलिए जरूरी है कि रविवार को टीकावार या ‘वैक्सी संडे’ जैसा नाम देकर वैक्सीनेशन के अभियान को ऊंचाई देने की जरुरत है.
कोरोना वैक्सीनेशन में आएगी तेजी
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को कोविड वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त इतंजाम करने को कहा है. सरकार ने कहा कि 1 अप्रैल 2021 से सभी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पूरे महीने, सरकारी छुट्टियों के दिन भी टीके लगाए जाएंगे.
सरकार ने हर दिन वैक्सीनेशन लगाने का फैसला सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से परामर्श के बाद लिया है. ताकि कोरोना के टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जा सके और देश के सभी केंद्रों वैक्सीनेशन का काम तेजी से हो.
यह निर्णय 1 अप्रैल से कोरोना वैक्सीनेशन के तीसरे चरण की शुरुआत के दिन गुरुवार को लिया गया. जिसमें 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा.
क्विंट हिंदी ने अपनी स्टोरी में बताया था कि वीकेंड पर खासक शनिवार व रविवार को वैक्सीनेशन कराने वाले लोगों की संख्या कम हो जाती है और इसे बढ़ाने के लिए वीकेंड पर भी वैक्सीनेशन होना चाहिए.
16 जनवरी के बाद से 28 मार्च तक 72 दिनों में 6 करोड़ 5 लाख 30 हजार 435 लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी है. इसका मतलब यह है कि औसतन 8,40,700 लोगों को हर दिन वैक्सीन लगायी गयी है. इस दौरान पड़े 11 रविवार में से एक को छोड़ दें (जिस दिन वैक्सीन नहीं लगी) तो बाकी 10 रविवार को क्षमता से करीब 90 फीसदी कम लोगों को वैक्सीन लगायी गयी. इसका मतलब यह है कि हम 75 लाख 66 हजार 300 अतिरिक्त लोगों को वैक्सीन दे सकते थे, लेकिन ‘रविवार’ होने की वजह से ऐसा नहीं कर पाए.
देश में पिछले कुछ सप्ताह में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इनमें महाराष्ट्र में कोरोना केसों की संख्या सबसे अधिक है. वहीं गुरुवार को भारत में कोविड के 72,330 नए मामले दर्ज किए गए. 11 अक्टूर 2020 के बाद यह एक दिन में आए कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)