दिल्ली में 1 जून को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद अब कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर और नरेंद्र तोमर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इन्होंने बताया कि कैबिनेट ने MSME सेक्टर को लेकर अहम फैसले किए हैं. वहीं किसानों और रेहड़ी पटरी लगाने वालों को सस्ता कर्ज देने को लेकर भी ऐलान हुए हैं.
सुबह कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि आज कैबिनेट मीटिंग में कोई ऐतिहासिक फैसला लिया जाना है.
MSME की परिभाषा बदली
सरकार ने MSME की परिभाषा बदलने का फैसला किया गया है. सरकार MSME सेक्टर को 3 कैटेगरी में बांटती है. ये 3 कैटेगरी में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग शामिल हैं. सूक्ष्म उद्योग की उसे माना जाएगा जिसमें 1 करोड़ निवेश 5 करोड़ तक कारोबार हो. लघु उद्योग में 10 करोड़ तक और निवेश 50 करोड़ तक करोबार हो. वहीं मध्यम उद्योग में 50 करोड़ निवेश 250 करोड़ तक करोबार हो रहा हो.
रेहड़ी पटरी वालों के लिए सूक्ष्म लोन योजना
शहरी आवास मंत्रालय रेहड़ी पटरी वालों को ध्यान में रखते हुए एक सूक्ष्म लोन योजना शुरू की है. इस योजना में रेहड़ी पटरी वालों के लिए 10000 रुपये का लोन मिलेगा. ये योजना लंबे समय तक चलेगी और उम्मीद की जा रही है कि 50 लाख लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा. इस योजना के तहत चाय पकोड़ा, सब्जी, सलून मोची, लॉन्ड्री, पान की दुकान वालों को लोन मिलेगा. समय पर रिटर्न करने वालों को 7% ब्याज बैंक अकाउंट में वापस भी किया जाएगा.
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई थी और इस बैठक में कुछ बड़े फैसले किए जाने थे.
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