चंद्रयान-2 लॉन्च हो गया है. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के हैवी लिफ्ट रॉकेट जियोसिंक्रोनाइज सैटेलाइट लांच व्हीकल मार्क-3 (जीएसएलवी एम-3) ने चंद्रमा के लिए उड़ान भरी. यह रॉकेट अपने साथ 3,850 किलोग्राम के चंद्रयान-2 को लेकर सोमवार की दोपहर श्रीहरिकोटा अंतरिक्षयान से प्रक्षेपित हुआ.
लेकिन चंद्रयान-2 मिशन की सफल लॉन्चिंग के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक बार फिर ‘क्रेडिट वॉर’ शुरू हो गई है. सोमवार को चंद्रयान -2 मिशन के सफल प्रक्षेपण के बाद बीजेपी के तमाम नेताओं ने क्रेडिट लेते हुए पीएम मोदी को बधाई दी. इसके बाद कांग्रेस की तरफ से भी एक ट्वीट किया गया, जिसमें उन्होंने भी चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग का श्रेय लेने की कोशिश की.
पीएम मोदी ने देश को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग पर देश को बधाई देते हुए कहा, ‘भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है. चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है. मैंने थोड़ी देर पहले ही इसके लॉन्च में निरंतर तन-मन से जुटे रहे वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई दी.’
अमित शाह ने पीएम मोदी को दी बधाई
गृह मंत्री अमित शाह ने चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग पर पीएम मोदी को बधाई दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘मैं इसरो के वैज्ञानिकों को चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग की बधाई देता हूं. स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक बार फिर इसरो ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है.’
उन्होंने लिखा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद देता हूं, जो हमेशा हमारे संस्थानों को नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.’
कांग्रेस ने की चंद्रयान-2 पर क्रेडिट लेने की कोशिश
कांग्रेस ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने चंद्रयान-2 के सफल लॉन्च के लिए इसरो की टीम को बधाई दी. इसके बाद एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने लिखा, ‘यह सही मौका है जब भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के दूरदर्शी कदम को याद करना चाहिए, जिन्होंने 1962 में INCOSPAR के माध्यम से अंतरिक्ष अनुसंधान में फंड जुटाया, जो बाद में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) बन गया.’
कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी श्रेय दिया, जिन्होंने 2008 में चंद्रयान-2 परियोजना को मंजूरी दी थी.
गिरिराज सिंह ने कसा कांग्रेस पर तंज
कांग्रेस के इस ट्वीट के जवाब में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चुटकी ली. उन्होंने ट्वीट किया, 'देश को याद दिलाने का सही समय है... चांद की खोज भी कांग्रेस ने ही की थी.' हालांकि, बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.
‘चंद्रयान-2’ के बाद ISRO की अगले साल ‘सूर्य मिशन’ की योजना
‘चंद्रयान-2’ के प्रक्षेपण के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की 2020 की पहली छमाही में सूरज के परिमंडल के अध्ययन के लिए सूर्य मिशन ‘आदित्य एल-1’ को अंजाम देने का लक्ष्य है.
‘आदित्य एल-1’ का लक्ष्य सूर्य के परिमंडल का अध्ययन करने का होगा, जिसमें हजारों किलोमीटर तक फैलीं सूर्य की बाहरी परतें शामिल हैं. इसरो ने मिशन के बारे में सूचना साझा करते हुए अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘‘परिमंडल कैसे इतना गर्म हो जाता है, सौर भौतिकी में इसका उत्तर अब तक नहीं मिला है.’’
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)