भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने बताया है कि कोरोना महामारी के दौरान साइबर क्राइम के मामले 500 फीसदी बढ़ गए हैं.
आईटी अधिनियम में संशोधन की जरूरत- रावत
14वें एनुअल हैकिंग और साइबर सिक्यॉरिटी ब्रीफिंग के वर्चुअल इवेंट में रावत ने टेक्नोलॉजी से द्वारा खतरों के बारे में बताया. उन्होंने कहा, "भारत में महामारी के दौरान साइबर क्राइम 500% से बढ़ गए हैं. हमें ड्रोन, रैंसमवेयर (वायरस), इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस और राष्ट्र-राज्यों की भूमिका जैसे नए खतरों पर विचार करने की आवश्यकता है".
उन्होंने कहा कि, "आईटी अधिनियम 2000 में और संशोधन करने की जरूरत है. वर्चुअल करेंसी और ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों को लेकर आईटी अधिनियम 2000 को और संशोधित करने की आवश्यकता है. डेटा प्रोटेक्शन बिल 2019 को अभी अंतिम रूप देना बाकी है."
इस वर्चुअल इवेंट का आयोजन केरल पुलिस द्वारा और दो एनजीओ संगठनों, सोसाइटी फॉर द पुलिसिंग ऑफ साइबरस्पेस (POLCYB) और सूचना सुरक्षा अनुसंधान संघ (ISRA) के सहयोग से किया गया है, जिसका उद्देश्य लॉकडाउन अवधि के दौरान ऑनलाइन घोटालों और बचाव पर चर्चा करना है.
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