बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवात 'अम्फान' अब तूफान में तब्दील हो रहा है. भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार (17 मई) को कहा कि, अगले 12 घंटों में चक्रवात 'अम्फान' के तेज होने की संभावना है और मछुआरों को सोमवार से समुद्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. वहीं, इस चक्रवात की चुनौती से निपटने के लिए ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग जिलों में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (NDRF) की टीम को तैनात किया गया है.
ओडिशा में NDRF की 10 टीम तैनात
NDRF की 10 टीमों को ओडिशा के अलग-अलग जिलों में तैनात किया गया है. इसमें 7 टीमों को ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, पुरी, जगतसिंहपुर, जाजपुर और मयूरभंज जिलों में तैनात किया गया है. वहीं, 3 टीमों को कटक और बीएन मुंडाली में तैनात किया गया.
पश्चिम बंगाल के 6 जिलों में NDRF की टीम तैनात
NDRF के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में 7 टीमों को तैनात किया गया है. ये 6 जिलों में हावड़ा, हुगली, पश्चिम मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना में तैनात किया गया है.
अम्फान चक्रवात की कितनी चुनौती?
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एचआर विश्वास ने कहा है कि, अगले 12 घंटे में अम्फान चक्रवात तेज होने की संभावना है. इसलिए सभी मछुआरों को रात तक समुद्र तट पर लौटने की सलाह दी गई है. वहीं, सोमवार से किसी भी मछुआरे को समुद्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि, अगले 24 घंटे के बाद भारी बारिश होने की भी संभावना है. एचआर विश्वास ने कहा,
‘अम्फान चक्रवात 20 मई को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच दोपहर या शाम को और भयानक रूप लेने की संभावना है. इससे भूस्खलन होने की भी संभावना है.’
NDRF लोगों को कर रही है सतर्क
NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि, अम्फान चक्रवात पर हमारी टीम नजर बनाए रखी है और लोगों को इस बारे में सतर्क भी कर रही है. जिन इलाकों में इसका प्रभाव है वहां हमारी टीम पहुंच चुकी है. हम राज्य की सरकारों, भारतीय मौसम विभाग और सभी एजेंसियों के संपर्क में हैं. हमने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 17 टीमों को लगाया है और 10 टीम स्टैंड पर रखा गया है.
बता दें, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अम्फान चक्रवात को लेकर पहले ही भुवनेश्वर में येलो अलर्ट जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर चक्रवाती तूफान के असर पड़ने की संभावना है. ये बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी पर मंडरा रहा है.
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