उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक ग्राम विकास अधिकारी ने सुसाइड कर लिया. लेकिन अपने सुसाइड के लिए जो कारण उन्होंने बताया वो काफ चौंकाने वाला है. त्रिवेंद्र कुमार ने फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि आरक्षण लेकर इस पद पर तक पहुंचने को लेकर उनका अपमान किया गया. इसके अलावा उनकी जाति को लेकर भी टिप्पणी की गई. इस मामले में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
ग्राम विकास अधिकारी ने अपने सुसाइड नोट में किसान यूनियन के अध्यक्ष और कुछ ग्राम प्रधानों का नाम दिया है. उन्होंने कहा है कि ये लोग ही मेरी मौत के जिम्मेदार हैं. अधिकारी ने लिखा कि ‘ये सभी लोग मुझे बहुत परेशान करते हैं. मैं इनकी प्रताड़ना से परेशान होने के बाद आत्महत्या करने जा रहा हूं.’
वीडियो आया सामने
ग्राम विकास अधिकारी त्रिवेंद्र कुमार की मौत के बाद एक वीडियो सामने आया है. जिसमें एक पंचायत लगी हुई दिख रही है. इस वीडियो में भारतीय किसान यूनियन के नेता और कुछ अन्य लोग उन्हें अपमानित करते हुए दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि इस घटना के कुछ ही दिनों बाद त्रिवेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली थी. वहीं जो व्यक्ति वीडियो में नजर आ रहे हैं और उन्हें अपमानित करते दिख रहे हैं, उनका नाम सुसाइड नोट में भी लिखा गया है. हालांकि क्विंट इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
बताया जा रहा है कि इस बैठक में किसान यूनियन के नेता और जिला अध्यक्ष ने त्रिवेंद्र कुमार को मंच पर बुलाया था. जिसके बाद उस पर तंज कसने शुरू किए.
बताया गया है कि ग्राम विकास अधिकारी मऊ जिले का रहने वाला था. उसकी पोस्टिंग लखीमपुर खीरी जिले के कुम्भी गांव में ग्राम विकास अधिकारी के तौर पर हुई थी. उसने अपने ही कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान ले ली.
ग्राम विकास अधिकारी के ऐसे आत्महत्या करने की घटना के बाद विभाग से जुड़े अन्य अधिकारियों ने इसका विरोध जताया. सभी अधिकारी और कर्मचारी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. जिसके बाद अब आखिरकार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
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