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दीप सिद्धू का नया वीडियो, किसानों के सवालों से भागते दिखे

वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी किसान चारों ओर घरेकर सिद्धू से सवाल कर रहे हैं.

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ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा को लेकर पंजाबी एक्टर और एक्टिविस्ट दीप सिद्धू चारों ओर से आलोचनाओं का शिकार हो रहे हैं. प्रदर्शन के बाद एक फेसबुक लाइव में सिद्धू ने कहा कि “लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए लाल किले पर केवल निशान साहिब झंडा फहराया गया था.” अब सिद्धू को लेकर एक वीडियो सामने आया है जिसमें गुस्साए किसान सिद्धू के पीछे भागते देखे जा सकते हैं.

वीडियो में देखा जा सकता है कि सिद्धू ट्रैक्टर पर बैठे हैं और प्रदर्शनकारी किसान चारों ओर घरेकर उनसे सवाल कर रहे हैं. इसके बाद सिद्धू वहां से निकलकर भागने की कोशिश करते हैं. कुछ प्रदर्शनकारी उनके पीछे भागते हैं. इसके बाद सिद्धू मोटरसाइकिल लेकर वहां से निकल जाते हैं.

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किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के बाद से सिद्धू लगातार सुर्खियों में हैं. घटना के बाद सिद्धू एक फेसबुक लाइव में लाल किले पर निशान साहिब झंडा फहराने की बात कबूलते दिखे. सिद्धू ने कहा कि प्रदर्शन के कारण लोगों का गुस्सा भड़क गया और इसके लिए किसी भी एक शख्स को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.

कौन हैं दीप सिद्धू?

दीप सिद्धू पंजाब के रहने वाले हैं. लॉ की पढ़ाई करने वाले सिद्धू ने 2017 में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. पंजाबी फिल्म ‘जोरा दास नुम्बरिया’ में उन्होंने एक गैंगस्टर का रोल निभाया था, जिसके बाद वो पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में बड़ा नाम बन गए.

सिद्धू को देओल परिवार का खास बताया जाता है, खासतौर पर धर्मेंद्र और सनी देओल के. सनी देओल गुरदासपुर से बीजेपी सांसद हैं. कहा जाता है कि सिद्धू 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजोपी नेता के लिए चुनाव प्रभारी थे. पिछले साल दिसंबर में देओल ने सिद्धू से दूरी बना ली थी.

लाल किले पर हुई हिंसा के बाद सनी देओल ने ट्वीट कर सफाई दी कि उनका उससे कोई संबंध नहीं है.

किसान नेताओं ने सिद्धू पर लगाया आरोप

लाल किले पर हुई घटना के बाद किसान नेताओं ने दीप सिद्धू की आलोचना की है. भारतीय किसान यूनियन नेता गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि दीप सिद्धू की सरकार के साथ मिलीभगत है और दीप ही प्रदर्शनकारियों को लाल किले पर लेकर गए थे. किसान संगठनों की तरफ से आयोजित ट्रैक्टर परेड में लाल किले पर जाने का किसी तरह का कार्यक्रम नहीं था.

बीकेयू (दकौंदा) अध्यक्ष बूता सिंह बुर्जगिल ने सिद्धू की आलोचना करते हुए कहा कि ये किसान आंदोलन है और कुछ लोग इसे धार्मिक बनाना चाह रहे हैं. उन्होंने कहा, “दीप सिद्धू ने जो आज किया, हम उसकी निंदा करते हैं. हमें लगता है वो सरकार का कठपुतली है और प्रदर्शनकारियों के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है. वो किसान नेताओं के खिलाफ बोल रहा है और लोगों को उनके खिलाफ भड़का रहा है.”

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