जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए हमले के बाद छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए बॉलीवुड एक्टर दीपिका पादुकोण मंगलवार रात को जेएनयू कैंपस पहुंचीं. इस दौरान जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी यहां मौजूद थे. कन्हैया ने दीपिका के इस कदम की तारीफ करते हुए कहा कि, दीपिका के समर्थन को इतिहास याद रखेगा.
जिस वक्त दीपिका जेएनयू पहुंची तब कन्हैया लोगों को संबोधित कर रहे थे और नारे लगा रहे थे. बाद में जब उन्हें दीपिका के पहुंचने की जानकारी दी गई. कन्हैया ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए, जेएनयू समर्थ न पर दीपिका की तारीफ की है, उन्होंने लिखा,
दीपिका पादुकोण अपके साहस की हम दाद देते हैं. एकजुटता और समर्थन दिखाने के लिए आपका शुक्रिया. आज आपको ट्रोल किया जा सकता है, लेकिन इतिहास आपको भारत के विचार के साथ साहस से खड़े होने के लिए हमेशा याद रखेगा.- कन्हैया कुमार, JNUSU के पूर्व अध्यक्ष
दीपिका पादुकोण के जेएनयू पहुंचने को लेकर जब बाद में JNUSU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने हैरानी जताई और कहा
“अच्छा वो (दीपिका पादुकोण) आईं थीं? हम नहीं देख पाए. मैं उनसे बात नहीं कर पाया. मैं उनसे मुलाकात नहीं कर पाया.”- कन्हैया कुमार, JNUSU के पूर्व अध्यक्ष
दीपिका ने आइशी घोष से की मुलाकात
मंगलवार रात दीपिका पादुकोण छात्रों के समर्थन में जेएनयू पहुंची. वो जेएनयू हिंसा के विरोध में हुए प्रदर्शन में शामिल हुईं. दीपिका जेएनयू कैंपस के साबरमती टी प्वाइंट पहुंचीं और वहां चल रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल छात्रों को समर्थन दिया. दीपिका ने जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) अध्यक्ष आइशी घोष से भी मुलाकात की, जो हिंसा में जख्मी हो गई थीं.
दीपिका कुछ समय तक वहां रुकीं और छात्रों से बात की. हालांकि उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित नहीं किया. इसके बाद दीपिका वहां से निकल गईं.
इससे पहले जब दीपिका से जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा पर सवाल किया गया था, तो उन्होंने कहा था, "मुझे ये कहते हुए गर्व महसूस होता है कि हम खुद को व्यक्त करने से डरते नहीं हैं. मुझे लगता है कि हम देश और इसके भविष्य के बारे में सोच रहे हैं, जो भी हमारी विचारधारा हो, ये देखना अच्छा है."
JNU हिंसा पर आरोप-प्रत्यारोप
दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 5 जनवरी की शाम भारी हिंसा और तोड़फोड़ हुई है. बड़ी तादाद में आए नकाबपोश हमलावरों ने लोहे की रॉड और डंडों से हॉस्टल में मौजूद छात्रों के साथ बुरी तरह मारपीट की. पुलिस इसे दो ग्रुप्स के बीच झड़प का नतीजा बता रही है. वहीं, जेएनयू छात्र संघ ने छात्रों और प्रोफेसरों पर हमले के पीछे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का हाथ होने का आरोप लगाया है. उधर, एबीवीपी लेफ्ट विंग एक्टिविस्ट्स पर जेएनयू में हिंसा के आरोप लगा रहा है.
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