कहते हैं कि घोड़े की जान उसके पैरों में होती है. जिसके पैरों में जितनी जान होती है वो घोड़ा उतना ही ताकतवर होता है. कुछ ऐसा ही था देहरादून पुलिस के घुड़सवार दस्ते में शामिल शक्तिमान.
उत्तराखंड के देहरादून में बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के दौरान बीजेपी विधायक की लाठियों का शिकार होने के बाद पैर गंवाने वाले घोड़े ‘शक्तिमान’ ने लंबे उपचार के बाद आखिरकार दम तोड़ दिया.
कैसे टूटा था शक्तिमान का पैर
मार्च महीने में विरोध प्रदर्शन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस का घुड़सवार दस्ता भी तैनात किया गया था. इसी घुड़सवार दस्ते में शामिल घोड़े शक्तिमान पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई झड़प के दौरान विधायक गणेश जोशी ने घोड़े के पैर पर अंधाधुंध लाठियां बरसानी शुरू कर दीं. इसी दौरान बीजेपी के एक अन्य कार्यकर्ता द्वारा लगाम खींच देने से घोड़ा शक्तिमान गिर गया. जिसके चलते उसका पिछला पैर टूट गया.
अमेरिका से आया पैर भी नहीं आया काम
शक्तिमान की टांग टूटने के बाद भारतीय डॉक्टरों की टीम ने उसका ऑपरेशन किया जो सफल नहीं हो सका. बाद में अमेरिका से आए डॉक्टरों की सलाह पर शक्तिमान का पैर काटना पड़ा. इसके बाद शक्तिमान के लिए अमेरिका से कृत्रिम टांग मंगाई गई. हालांकि वह भी सफल नहीं हो सकी.
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