दिल्ली में एक 9 साल की बच्ची के कथित रेप के बाद उसकी हत्या का मामला सामने आया है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, उसके हमलावरों ने जबरन शव का अंतिम संस्कार कर दिया. पुलिस ने मामले में तीन लोगों के साथ एक पुजारी को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है. स्थानीय लोग इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार से आती थी. वो श्मशान घाट के पास दिल्ली कैंट इलाके के पुराना नांगल में अपने माता-पिता के साथ रहती थी. वो 1 अगस्त की शाम कूलर से पीने का पानी लाने के लिए श्मशान घाट गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी.
शाम करीब 6 बजे, श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम को जानने वाले कुछ स्थानीय लोगों ने बच्ची की मां को श्मशान बुलाया और शव दिखाया. उन्होंने बताया कि कूलर का पानी पीते समय उसे करंट लग गया.
बच्ची की मां ने बताया कि बच्चे की कलाई और कोहनी पर जलने के निशान थे. उसके होंठ भी नीले थे.
इसके बाद पुजारी और उसके साथियों ने लड़की की मां से कहा कि वो पुलिस को इस बात की जानकारी न दें. उन्होंने मां से कहा कि मामला दर्ज करने का मतलब होगा पोस्टमॉर्टम, जहां बच्चे के अंग चोरी हो सकते हैं. उन्होंने उसकी मां को तुरंत अंतिम संस्कार करने का सुझाव दिया.
लेकिन बाद में महिला और उसके पति ने शोर मचा दिया. पुराने नंगल गांव के करीब 200 ग्रामीण श्मशान घाट पर जमा हो गए और पुलिस को जानकारी दी गई.
दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी प्रताप सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि, उन्हें रात करीब साढ़े 10 बजे मामले के बारे में फोन आया. बाल यौन शोषण और अनुसूचित जाति और जनजाति के खिलाफ अपराधों के खिलाफ कड़े कानूनों के तहत आरोप में मामला दर्ज किया गया है.
AAP ने बताया 'दिल्ली का हाथरस कांड'
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलदीप कुमार ने घटना को 'दिल्ली का हाथरस कांड' बताते हुए इंसाफ की मांग की है. कुमार ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने बच्ची के मां-बाप को पूरी रात हवालात में रखा कर केस को खत्म करने का दबाव बनाया.
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