भड़काऊ बयान देने के आरोपी जेएनयू छात्र शरजील इमाम को दिल्ली कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस कस्टडी पर भेजा है.
शरजील को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार दोपहर जहानाबाद, बिहार में उसके घर काको थाना इलाके से पकड़ा था. हालांकि शरजील इमाम का दावा है कि उसने 28 जनवरी को शाम 3 बजे सरेंडर किया. इसके बाद उसे दिल्ली के साकेत कोर्ट में पेश किया गया. इमाम पर दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है.
क्या है भड़काऊ बयान का मामला?
कुछ दिन पहले शरजील इमाम के दो वीडियो वायरल हुए थे. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में इमाम को कहता सुना जा सकता है कि असम को भारत के बाकी हिस्सों से काट देना चाहिए क्योंकि वहां बंगाली हिंदुओं और मुस्लिम दोनों की हत्या की जा रही है. ऐसी खबर है कि उसने यह भी कहा था कि अगर वह पांच लाख लोगों को इकट्ठा कर सकें तो "असम को भारत के बाकी हिस्सों से स्थायी रूप से अलग किया जा सकता है. अगर स्थायी रूप से नहीं तो कम से कम कुछ महीनों तक तो किया ही जा सकता है."
इसी के चलते उसके खिलाफ असम, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अरुणाचल प्रदेश में मामले दर्ज किए गए थे. शरजील को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार दोपहर जहानाबाद, बिहार में उसके घर काको थाना इलाके से पकड़ा था. हालांकि शरजील इमाम का दावा है कि उसने 28 जनवरी को शाम 3 बजे सरेंडर किया.
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