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सट्टेबाज चावला मामले में दुबई के मोबाइल नंबरों की रही अहम भूमिका 

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 13 फरवरी को लंदन से लाए गए सट्टेबाज संजीव चावला से पूछताछ कर रही है.

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भारत
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क्रिकेट मैच फिक्सिंग मामले में दुबई के दो मोबाइल फोन नंबरों का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन सामने आया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 13 फरवरी को लंदन से लाए गए सट्टेबाज संजीव चावला से पूछताछ कर रही है. ये मोबाइल नंबर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अंडरवर्ल्ड अपराधियों के बताए जा रहे हैं.

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अंडरवर्ल्ड के साथ संजीव चावला के संबंधों के बारे में क्राइम ब्रांच की एक गोपनीय रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि इन नंबरों में से एक का इस्तेमाल माफिया डॉन छोटा शकील के कथित सहयोगी शाहीन हैथली कर रहा था.

दिल्ली पुलिस के एंटी-एक्सटॉर्शन सेल के तत्कालीन इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह ने कहा,

“हमारे पास शाहीन के लिए एक इनपुट था, जो जबरन वसूली के एक मामले में शामिल था. शाहीन एक भारतीय मोबाइल फोन के जरिए चावला के साथ संपर्क में था.”
इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह

मैच फिक्सिंग रैकेट का खुलासा करने वाले ईश्वर सिंह ने कहा, "हालांकि वर्षो तक न तो शाहीन और न ही चावला का पता लगाया जा सका. अब वह क्राइम ब्रांच की हिरासत में है."

जांच के दौरान दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने पाया कि यूएई का एक मोबाइल फोन नंबर शारजाह से इफ्तिखार अहमद नामक व्यक्ति के नाम पर दर्ज है.

हालांकि अभी इफ्तिखार की पहचान नहीं की जा सकी है. सूत्रों के मुताबिक संजीव चावला से पूछताछ शुरू होते ही शाहीन या इफ्तिखार की असली पहचान और लिंक का पता लगाया जा सकता है. बता दें कि चावला कथित रूप से दुबई से संचालित एक सट्टेबाजी सिंडिकेट के लिए काम कर रहा था.

दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त व 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में दाऊद इब्राहिम के गिरोह पर मुकदमा दर्ज करने वाले नीरज कुमार ने कहा,

“मैच फिक्सिंग मामले में डी-कंपनी लिंक पर शक है. दाऊद के सट्टेबाजी सिंडिकेट के समर्थन के बिना इतने बड़े पैमाने पर मैच फिक्सिंग संभव नहीं है.”
नीरज कुमार

डोजियर से हुआ खुलासा

संजीव चावला पर तैयार डोजियर ये संकेत देता है कि अंतर्राष्ट्रीय सट्टेबाज एक भारतीय संगीत कंपनी बैरन की ओर से काम कर रहा था, जो शाहीन के संपर्क में था.

डोजियर से पता चलता है कि मैच फिक्सिंग मामले के दौरान, तत्कालीन दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोन्ये के साथ डी-कंपनी द्वारा चलाए जा रहे सट्टेबाजी सिंडिकेट का नेतृत्व शरद शेट्टी कर रहा था. शरद शेट्टी 2000 की शुरुआत में भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन और यूएई में कार्यरत सभी शीर्ष सट्टेबाजी सिंडिकेट की बागडोर को नियंत्रित कर रहा था.

हालांकि दिल्ली में मैच फिक्सिंग घोटाले का खुलासा होने के तीन साल बाद, डी-कंपनी के ऑपरेटर शरद शेट्टी की 2003 में दुबई में हत्या कर दी गई थी. यह हत्या कथित तौर पर छोटा राजन के सहयोगियों मे की थी.

(इनपुट-IANS)

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