दूध का जला छाछ भी फूंक फूंककर पीता है. ये कहावत अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर बहुत फिट बैठती है. दरअसल, मुख्य सचिव से कथित मारपीट के मामले के बाद दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. दिल्ली सरकार अब इस तरह के विवादों से बचने के लिए हर बैठक की रिकॉर्डिंग करने का प्रस्ताव लेकर आई है. साथ ही दिल्ली सरकार की होने वाली हर मीटिंग और हर बैठक का सरकार की वेबसाइट पर लाइव वेबकास्ट किया जाएगा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री समेत हर मंत्री और अधिकारी की सरकारी बैठकों की रिकॉर्डिंग और लाइव वेबकास्ट दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर किया जाये इसपर विचार किया जा रहा है. दिल्ली सस्कार के मुताबिक ऐसा करने से सिस्टम और सरकार के कामकाज में पारदर्शिता आएगी.
यही नहीं सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि सरकार की नीतियों से जुड़े फाइलों पर कब किस मंत्री और अधिकारी ने क्या लिखा और कितना वक्त लगाया इसका ब्यौरा भी वेबसाइट पर जनता के लिए डाला जाए. ताकि इससे अधकारियों की जवाबदेही तय होगी और सिस्टम में पारदर्शिता बनी रहेगी.
सीसीटीवी फुटेज से हुई छेड़छाड़
उधर केजरीवाल के घर पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने कहा है कि पुलिस को केजरीवाल के घर से जो सीसीटीवी रिकॉर्डिंग मिली है, उससे छेड़छाड़ की गई है.
दिल्ली के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कोर्ट में कहा,
जो सीसीटीवी फुटेज मिली है उसमें छेड़छाड़ की गई है. और अब इसकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी. सीसीटीवी कैमरों की टाइमिंग भी घटना के वक्त से अलग है. साथ ही मुख्य सचिव और ‘आप’ के विधायकों के साथ जो मीटिंग हुई थी वो कैंप अॉफिस में नहीं बल्कि सीएम आवास के ड्रॉइंग रूम में हुई थी.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों पर कथित तौर पर हाथापाई करने का आरोप लगाया था. मुख्य सचिव का कहना है कि 19 फरवरी को रात उन्हें सीएम आवास पर बैठक के लिए बुलाया गया था. इसी दौरान उनके साथ बदसलूकी की गई.
इस मामले में आम आदमी पार्टी के दो विधायक अमानतुल्लाह और प्रकाश जरवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है. दोनों विधायकों ने तीस हजारी कोर्ट में जमानत अर्जी दी थी, जिसे अदालत ने ठुकरा दिया था. कोर्ट के आदेश के बाद दोनों विधायकों को तिहाड़ जेल भेज दिया गया है.
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(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके.छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें.)
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