दिल्ली में कानून-व्यवस्था के बाद अब मुफ्त सुविधाओं के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना आमने-सामने हैं. राज्यपाल द्वारा एक कार्यक्रम में ये बयान देने के बाद कि राजधानी के नागरिकों को "मुफ्त की आदत हो गई है", इस पर सीएम ने निशाना साधा और LG को बाहरी व्यक्ति बताया है.
क्या है मामला?
28 जून को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा एलजी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के नागरिकों को "मुफ्त की आदत हो गई है". माना जा रहा है कि दिल्ली सरकार की प्रमुख बिजली और जल सब्सिडी योजनाओं को लेकर उपराज्यपाल ने ऐसा बयान दिया है.
'LG साहब आप दिल्लीवासियों को नहीं समझते'
इसके एक दिन बाद गुरुवार, 29 जून को केजरीवाल ने उपराज्यपाल को बाहरी व्यक्ति बताया और उन पर राजधानी के नागरिकों का अपमान करने का आरोप लगाया. केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, " दिल्ली के लोग मेहनती लोग हैं. उन्होंने कड़ी मेहनत से दिल्ली को संवारा है. एलजी साहब, आप बाहर से आए हैं और दिल्ली और दिल्लीवासियों को नहीं समझते. दिल्ली के लोगों का इस तरह अपमान न करें."
केजरीवाल ने पूछा, "दिल्ली सरकार अन्य सरकारों की तरह चोरी नहीं करती है. इससे पैसे की बचत होकर लोगों को सुविधा मिलती है. यह आपको क्यों परेशान कर रहा है?”
उपराज्यपाल ने क्या कहा था?
दरअसल, दिल्ली मास्टर प्लान 2041 पर एक इंटरैक्टिव सत्र में सक्सेना ने कहा था कि राजधानी के लोगों को "मुफ्त की आदत हो गई है."
सक्सेना ने किसी भी सरकारी योजना को सफल बनाने के लिए लोगों की भागीदारी पर जोर देने की भी मांग की थी, नागरिकों से सतर्क रहने और बेहतर सड़कों, अन्य बुनियादी सुविधाओं और अतिक्रमण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कहा था. उन्होंने कहा, "लोगों को स्वच्छ पर्यावरण की मांग करने का अधिकार है."
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