दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में एक बार फिर दिवाली (Diwali) के दिन प्रदूषण (pollution) का लेवल बेहद बढ़ गया है. वैसे तो पूरे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ा है लेकिन पांच सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाके हम आपको बता रहे हैं. जहां प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक हो गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली से सटे गाजियाबाद में सबसे खतरनाक स्थिति है, जहां 4 नवंबर को 9-10 बजे के बीच एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 999 रहा. इसी समय श्रीनिवासपुरी का AQI भी 999 रहा, सेक्टर-1 नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 949 रहा, आनंद विहार का AQI 653 रहा, जबकि मंदिर मार्ग पर 484 एयर क्वालिटी इंडेक्स रहा.
कितना AQI होना चाहिए?
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई (AQI) को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 को 'बहुत खराब' और 401 और 500 को 'गंभीर' माना जाता है.
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 4 नवंबर शाम को 363 पर था और रात होते-होते कई इलाकों में 1000 के करीब पहुंच गया जो बेहद ही खतरनाक स्थिति है.
पिछले कई सालों से दिवाली के दिन इसी तरह से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है. इस साल एनजीटी ने खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स वाले शहरों में पटाखों पर बैन लगाया था, जिसमें दिल्ली-एनसीआर भी शामिल था. इसके बाद एक नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को पलटते हुए टिप्पणी की थी कि, पटाखों पर पूरी तरह से बैन नहीं लगाया जा सकता है.
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