Delhi: दिल्ली के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) संजय कुमार द्राल को रिटायर होने से एक दिन पहले 28 दिसंबर को सस्पेंड कर दिया गया. उनपर भ्रष्टाचार और ड्रग्स मामले में कथित संलिप्तता के आरोप हैं. संजय कुमार उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में तैनात थे और शुक्रवार, 29 दिसंबर को रिटायर होने वाले थे.
संजय कुमार द्राल पर क्या हैं आरोप?
पुलिस के अनुसार, एसीपी संजय ने एक क्षेत्र में नशीले पदार्थों के पहुंच को सुविधाजनक बनाने के लिए कथित तौर पर रिश्वत ली थी. वे इस मामले में मुख्य आरोपी हैं. मामला 2020 में एक अन्य पुलिस अधिकारी की शिकायत पर दर्ज किया गया था. पुलिस अधिकारी ने आरोप लगाया था कि संजय अपने जूनियर्स को ड्रग सिंडिकेट चलाने के लिए "मजबूर" कर रहे थे और उनसे पैसे वसूल रहे थे. उनके एक जूनियर ने उन पर बिना किसी कारण के "अनियमित रूप से" कर्मियों को सस्पेंड करने का भी आरोप लगाया.
संजय कुमार पर 2020 में भारतीय दंड संहिता, नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जबरन वसूली, सबूतों को गायब करने और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
मामले की जांच विजलेंस विभाग द्वारा की गई थी और अभियोजन मंजूरी दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा दी गई थी.
मुख्य सचिव द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र में संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. संजय कुमार को अपने ड्यूटी स्थल के रूप में दिल्ली पुलिस मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं है. अधिकारियों ने कहा कि संजय को केवल जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा और वह रिटायरमेंट के बाद सभी लाभ नहीं ले पाएंगे.
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