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पत्रकार से बदसलूकी, दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर मीडिया का धरना 

पत्रकार पर पुलिस की बसलूकी से भड़का मीडिया का गुस्सा

Published
भारत
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फोटो जर्नलिस्ट के साथ पुलिस अधिकारियों की बदलसूली के विरोध में बड़ी तादाद में पत्रकारों और मीडिया कर्मचारियों में 24 मार्च शनिवार को दिल्ली पुलिस हैडक्वार्टर के बाहर धरना दिया.

फोटो पत्रकारों ने विरोध के तौर पर अपने कैमरे जमीन पर रख दिए. इस दौरान उनकी पुलिस अधिकारियों से काफी बहस भी हुई.

23 मार्च शुक्रवार को जेएनयू के छात्रों को प्रदर्शन के कवरेज के दौरान हिंदुस्तान टाइम्स के फोटोग्राफर के साथ दिल्ली पुलिस ने मारपीट की और बदसलूकी की. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने इस घटना के लिए माफी मांगी है. प्रवक्ता ने कहा पुलिस ने फोटो जर्नलिस्ट को गलती से प्रदर्शनकारी समझ लिया था.

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दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा सरोजनी नगर में प्रदर्शन कर रहे इन छात्रों ने पुलिस बेरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पहले वॉटर केनन का इस्तेमाल किया जिससे प्रदर्शनकारी किनारे हो गए उसी वक्त भूलवश फोटो जर्नलिस्ट अनुश्री फडणवीस पुलिस वालों की पकड़ में आ गईं.

पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि पूरी घटना गलतफहमी की वजह से हुई. जैसे ही जर्नलिस्ट की पहचान हुई तो अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर साउथ-वेस्ट ने तत्काल अनुश्री को पुलिस वालों के चंगुल से छुड़ाया.

इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली पुलिस की विजिलेंस ब्रांच पत्रकार के इस आरोप की जांच करेगी कि क्या उसके साथ मामले की जांच करेगी कि उनके साथ यौन छेड़खानी की गई है.

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जेएनयू के स्टूडेंट, टीचर्स का प्रदर्शन

शुक्रवार को बड़ी तादाद में स्टूडेंट और टीचर्स संसद की तरफ मार्च कर रहे थे. इनकी मांग थी कि पढ़ाई में पूरी स्वतंत्रता और यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर जौहरी के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उसी वक्त पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और वॉटर केनन का इस्तेमाल किया.

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अनुश्री फड़णवीस के मुताबिक वो इस प्रदर्शन को कवर करने गई थीं. जिस पर 8 महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें जमकर पीटा और उनका कैमरा भी छीन लिया. हिंदुस्तान टाइम्स के फोटो एडिटर ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया उसमें पुलिस को पत्रकार को घसीटते और धक्का देते हुए देखा जा सकता है.

प्रदर्शन में मौजूद एक छात्र ने कहा कि पुलिस ने बिना उकसाए महिला पत्रकार के साथ मारपीट की. पुलिस की वर्दी में एक शख्स ने बदसलूकी भी की और वहां से जाने के लिए कहा.

दिल्ली पुलिस का कहना है कि एफआइआर दर्ज की जा चुकी है और इस मामले की जांच की जाएगी.

https://twitter.com/DelhiPolice/status/977228667175743488

प्रदर्शन में मौजूद जेएनयू की एक छात्रा ने भी पुलिस पर मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया.

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जेएनयू स्टूडेंट-टीचर्स पदयात्रा

ये पदयात्रा जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने किया था.

आईएनए बस स्टाप के पास हमें रोका गया. उन्होंने (पुलिस) हमारे ऊपर वॉटर केनन का इस्तेमाल किया. उन्होंने हम पर लाठी चार्ज किया . हमें पुलिस ने कैद में रखा और डिफेंस कालोनी पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
शुभेंदु सिंह, JNUSU, ज्वाइंट सेक्रेटरी
जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन ने इसके पहले अपनी मांगों को लेकर कैंपस के अंदर ही तीन दिन का सत्याग्रह चला रखा था.

जेडीयू के नेता अली अनवरी अंसारी ने कहा कि हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे. पढ़ाई और संघर्ष साथ साथ चलते रहना चाहिए.

सीपीएम नेता बृंदा करात, आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा और कांग्रेस नेता अशोक तंवर ने भी इस आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया है.

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