दिल्ली पुलिस ने महिला संगठन ‘पिंजरा तोड़’ की दो सदस्यों को फरवरी में नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में CAA विरोधी प्रदर्शनों और उसके बाद भड़की हिंसा के मामले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार की गईं देवांगना कलिता और नताशा नरवाल दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की छात्राएं हैं. इन दोनों को 23 मई को गिरफ्तार किया गया.
देवांगना सेंटर फॉर विमन्स स्टडीज में MPhil की छात्रा हैं, जबकि नताशा सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज में PhD स्टूडेंट हैं.
साल 2015 में ‘पिंजरा तोड़’ का गठन मुख्य तौर पर दिल्ली के कॉलेजों में नाइट कर्फ्यू का विरोध करने के लिए हुआ था.
इस संगठन ने फेसबुक पर जारी किए बयान में कहा है कि देवांगना और नताशा को उनके घरों से गिरफ्तार किया गया है. संगठन ने दावा किया, ''पुलिस ने उनके घरवालों को गिरफ्तारी की वजह नहीं बताई.''
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले पर कहा, ''नताशा और देवांगना ने जामिया स्टूडेंट्स सफूरा जरगर और मीरान हैदर सहित अपने सहयोगियों के साथ कथित तौर पर जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शन करने के लिए एक ग्रुप की अगुवाई थी, जिसमें काफी महिलाएं शामिल थीं. उन्होंने 21 फरवरी से मौजपुर रोड ब्लॉक कर दिया था.''
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