दिल्ली पुलिस के एक अफसर पर पत्रकार की पिटाई का आरोप लगा है. आरोप है कि 16 अक्टूबर को, एक लीडिंग मैगजीन के पत्रकार और दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों की कथित पिटाई की. द कारवां मैगजीन के पत्रकार, अहान पेनकर को चार घंटों तक मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन में रखा गया. उन्होंने कई जगह चोटें आई हैं.
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली के मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन के बाहर एक लड़की की हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा था. कुछ दिनों पहले लड़की अपने मालिक के घर में मृत पाई गई थी. लड़की के परिवार और स्टूडेंट एक्टिविस्ट समेत करीब 40 लोग पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे.
परिवार और छात्र इसलिए विरोध कर रहे थे, क्योंकि अब तक इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. पुलिस का दावा है कि लड़की की मौत आत्महत्या थी, हत्या नहीं.
इस प्रदर्शन के दौरान ही पत्रकार को हिरासत में लिया गया. प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे 23 साल के अहान को हिरासत में लिया गया. द कारवां के मुताबिक, मॉडल टाउन के एसीपी अजय कुमार ने उनकी पिटाई की.
द कारवां के मुताबिक, पुलिस ने पत्रकार से जबरन फोन ले लिया और रिपोर्टिंग के दौरान रिकॉर्ड किए सभी वीडियो डिलीट कर दिए. अहान पेनकर को दोपहर करीब 3 बजे हिरासत में लिया गया.
उन्हें करीब 4 घंटे हिरासत में रखा गया. उन्हें नाक, कंधे, पीठ और एड़ी पर चोटें आईं हैं.
चश्मदीद ने कहा, 'मीडिया को सबक सिखाना चाहता था अफसर'
पत्रकार ने न्यूजलॉन्ड्री को बताया, "ACP ने मुझे सीने में मारा. मैं हिल गया हूं. उसने हमें स्टील की छड़ी से पीटने की धमकी दी... उन्होंने मुझे पैंट से उठाया और स्टेशन के अंदर ले गए. मुझे मेरे फोन से वीडियो और फोटो डिलीट करने के लिए मजबूर किया गया."
अहान ने न्यूजलॉन्ड्री को ये भी बताया कि ACP कुमार ने दो और लोगों की पिटाई की. इनमें से एक शख्स, दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र रविंद्र सिंह ने बताया कि अफसर ने कहा कि "वो मीडिया को सबक सिखाना चाहते हैं."
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