दिल्ली की हिंसा ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. कुछ ही घंटों में हिंसा का ऐसा तांडव दिल्ली ने कई दशकों बाद देखा. इस हिंसा में सबसे ज्यादा हथियारों का इस्तेमाल हुआ. सैकड़ों गोलियां चलाईं गईं. बताया गया कि 50 से ज्यादा लोगों को गोलियां लगीं. हिंसा के दौरान कई शख्स खुलेआम फायरिंग करते भी दिखे. इनमें से ही एक था शाहरुख, जिसने इस हिंसा के दौरान कई राउंड फायर किए. लेकिन उसका सामना दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल से हुआ. जिसने पिस्तौल लिए इस सिरफिरे का बिना हथियार सामना किया.
दिल्ली पुलिस के इस हेड कॉन्स्टेबल का नाम दीपक दहिया है. जिसने हिंसा के दौरान अकेले लगातार फायरिंग कर रहे शाहरुख का सामना किया. शाहरुख के बास लोडेड पिस्तौल थी और दीपक के पास सिर्फ एक डंडा. दीपक लगातार शाहरुख की तरफ बढ़ते रहे और उसे डराने की कोशिश की. एक वक्त तो इस सिरफिरे ने कॉन्स्टेबल दीपक पर ही बंदूक तान ली थी. अब दीपक ने सामने आकर पूरी कहानी बताई है.
हेड कॉन्स्टेबल दीपक ने अपनी इस बहादुरी को लेकर कहा,
“हमारी ड्यूटी मौजपुर की तरफ लगी हुई थी. अचानक से हिंसा भड़कनी शुरू हो गई. तभी एक युवक बंदूक लेकर फायरिंग करता हुआ आगे आया. जिसे मैंने आगे आकर डंडे से डराने की कोशिश की. फिर उसने दांई तरफ फायर किया और पीछे हट गया.”दीपक दहिया, हेड कॉन्स्टेबल
पिताजी ने कहा- ‘अच्छा काम किया’
इस तरह से बंदूक के आगे खड़े रहने के बाद भी लगातार कोशिश करने के बाद दीपक को उनके ऑफिस में भी सराहा गया. उन्होंने बताया कि दो दिन के बाद मेरे परिवार को पता चला था. वो थोड़ा नर्वस थे. पिताजी ने तारीफ की और कहा कि आपने अच्छा काम किया.
दीपक ने बताया कि उनके दादाजी आर्मी से रिटायर हुए हैं. पिताजी भी डिफेंस से ही रिटायर हुए हैं. एक भाई भी दिल्ली पुलिस में सेवा दे रहा है.
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