दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और दिल्ली पुलिस के जवानों के बीच हुई झड़प के बाद अब प्रदर्शन शुरू हो चुका है. दिल्ली पुलिस का आरोप है कि वकीलों ने उन पर हमला बोल दिया, जिसमें कई जवान घायल हो गए. अब इस मामले में दिल्ली पुलिस के जवानों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक LIVE
दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे हैं और खुद के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं. पुलिस कर्मियों का कहना है कि उनके साथ हुई मारपीट के मामले में पक्षपात हो रहा है. उनकी मांग है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए.
दिल्ली पुलिस के जवानों का कहना है कि वो फिलहाल डर के साए में जी रहे हैं. उनको देखते ही वकील उन पर हमला बोल रहे हैं. कई पुलिसकर्मी तो वर्दी घर छोड़कर आए हैं. उनका कहना है कि उन्हें वर्दी में देखकर यहां तक कि सरकारी जूते देखकर भी टारगेट किया जा रहा है.
वकीलों ने भी किया विरोध
पुलिस और वकीलों के बीच हुए संघर्ष के बाद दोनों तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस से पहले वकीलों ने भी सोमवार तक कामकाज बंद करने का ऐलान किया था. वकीलों का आरोप था कि दिल्ली पुलिस ने वकीलों पर गोली चलाई है और जब तक उन्हें कानून के शिकंजे में नहीं जकड़ा जाता, तब तक वो चैन की सांस नहीं लेंगे.
दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प को लेकर आईपीएस एसोसिएशन ने भी एक बयान जारी किया है. उनकी तरफ से कहा गया है कि-
“इस मामले को लेकर संतुलित तथ्य और जानकारियां लोगों तक पहुंचनी चाहिए. पूरे देशभर की पुलिस उन पुलिकर्मियों के साथ है जिन्हें चोट पहुंचाई गई और बेइज्जत किया गया. किसी के भी कानून तोड़ने की हम निंदा करते हैं.”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल शनिवार यानि 2 नवंबर की दोपहर को तीस हजारी कोर्ट परिसर में पुलिस और वकीलों में जमकर झड़प शुरू हो गई. इस झड़प में 10 पुलिसकर्मी और कुछ वकील घायल हो गए, जबकि 17 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस आयुक्त (उत्तरी जिला) हरिंदर कुमार, कोतवाली और सिविल लाइंस थाने के प्रभारी और पुलिस उपायुक्त (उत्तरी) के ऑपरेटर भी इस झड़प में घायल हो गए थे. इसके अलावा एक वकील को गोली लगने की भी बात सामने आई थी. जिसके बाद वकीलों का गुस्सा फूटा और उन्होंने पुलिस की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)