दिल्ली पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में शामिल 70 संदिग्ध लोगों की तस्वीरें जारी की हैं. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जामिया हिंसा में इन सभी की सक्रिय भूमिका रही है. पुलिस ने तस्वीरें जारी करते हुए ये भी कहा कि इन संदिग्धों की जानकारी देने वालों को उचित ईनाम दिया जाएगा.
जामिया हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने क्राइम ब्रांच की एसआईटी के हवाले की है. हिंसा के खिलाफ दिल्ली के दो अलग-अलग थानों (जामिया नगर और न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी) में मामला दर्ज है.
जामिया नगर थाने में 143/ 147/ 148 149/ 186/ 353/ 332/ 323/ 341/ 308/ 435/ 427/ 34/ 120-B भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज हुआ है. वहीं न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी थाने में 143/ 147/ 148/ 149/ 186/ 353/ 332/ 323/ 341/ 308/ 435/ 427/ 34/ 120-B भारतीय दंड संहिता के तहत के तहत मामला दर्ज हुआ है.
बता दें, 15 दिसंबर को नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया के सैकड़ों छात्रों ने प्रदर्शन कर रहे थे, तभी अचानक हिंसा भड़क गई. आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने छात्रों पर जमकर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. इस दौरान पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगे. पुलिस पर ये आरोप लगा कि उसने जबरन कैंपस में घुसकर छात्रों को पीटा.
अब तक 102 गिरफ्तारियां
जामिया हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. गिरफ्तार संदिग्ध का नाम मोहम्मद फुरकान है. फुरकान पर हिंसा के आरोप में जामिया नगर थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि फुरकान ने मौजूद घटना का सीसीटीवी फुटेज देखकर कई उपद्र0वियों की पहचान की और उनके नाम पते-ठिकाने तक बता दिए हैं.
पुलिस के मुताबिक, सीएए के विरोध में भड़की हिंसा को लेकर अलग-अलग 10 मामले दर्ज किए गए थे. इन तमाम एफआईआर में 101 लोगों को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है. फुरकान की गिरफ्तारी 102वीं है. गिरफ्तार लोगों में भीम आर्मी का प्रमुख चंद्रशेखर भी हैं.
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