करीब दस महीने के बाद देश की राजधानी दिल्ली के बच्चे अपने स्कूल पहुंचे हैं. कोरोना की वैक्सीन आन के बाद आज पहली बार दिल्ली में स्कूल खुल गए हैं. हालांकि स्कूल सभी बच्चों के लिए नहीं खुले हैं, बल्कि बोर्ड एग्जम को ध्यान में रखते हुए 10वीं-12वीं के स्टूडेंट के लिए स्कूल खुले हैं. लेकिन स्कूल प्रशासन, स्टूडेंट और टीचर सबको कोविड-19 गाइडलाइन फॉलो करनी होगी.
दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्विटकर कहा,
“क्लास 10वीं और 12 वीं के उन छात्रों को शुभकामनाएं जो 10 महीने बाद आज अपने स्कूल जा रहे हैं.. (हालांकि यह केवल सीमित उद्देश्य के लिए और कोविड प्रोटोकॉल के साथ है ..) लेकिन फिर भी ... मुझे खुशी है कि आज दिल्ली में स्कूल खुल रहे हैं.”
राजस्थान में भी खुल गए स्कूल
राजस्थान में भी आज से 9वीं से 12 वीं क्लास के बच्चों के लिए स्कूल खुल गए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की क्लास, कॉलेज और यूनिवर्सिटी की फाइनल ईयर की क्लास, कोचिंग सेंटर और सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को 18 जनवरी से खोले जाने के निर्देश दिए है.
क्या हैं गाइडलाइन
दिल्ली सरकार ने अपनी गाइडलाइन में साफ किया है कि बच्चे अपने माता-पिता की सहमति से स्कूल आएंगे.
- स्कूल के एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी
- बिना मास्क अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी, क्लास में भी मास्क जरूरी
- स्कूल के एंट्रेंस, क्लासरूम, लैब में हैंड सैनेटाइजेशन जरूरी होगा
- स्कूल में असेंबली नहीं होगी
- स्कूल कैंपस में बीमारी के लक्षण वाले बच्चे और स्टाफ को आने की इजाजत नहीं होगी
- क्लासरूम और लैब में 12 से 15 स्टूडेंट्स से ज्यादा स्टूडेंट्स नहीं होंगे
- स्कूलों में क्लास 4-5 घंटे से ज्यादा नहीं लगेंगी
- वॉशरूम में एक बार में दो से ज्यादा छात्रों को जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
- स्कूलों की ओर से पिक-ड्रॉप की भी सुविधा भी छात्रों को नहीं दी जाएगी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)