दिल्ली दंगों में फेसबुक की भूमिका को लेकर उसके खिलाफ FIR हो सकती है. दिल्ली दंगों पर पर बनी दिल्ली विधानसभा की पीस एंड हार्मनी कमेटी ने फेसबुक के खिलाफ FIR की बात कही है.
कमेटी के चेयरपर्सन राघव चड्ढा ने कहा,
“सभी गवाहों को सुनने के बाद दिल्ली सरकार की ‘पीस अंड हार्मोनी कमेटी’ इस नतीजे पर पहुंची है कि फेसबुक का दिल्ली दंगो में हाथ हो सकता है और प्राथमिक जांच के बाद फेसबुक के खिलाफ भी दंगे भड़काने के लिए FIR होनी चाहिए.”
कमेटी की मीटिंग में आज फैसला किया गया कि फेसबुक इंडिया को भी दिल्ली दंगो के लिए सह आरोपी बनाना चाहिए.
राघव चड्ढा ने कहा, “ प्राथमिक जांच में बाद ऐसा प्रतीत होता है कि फेसबुक इंडिया को भी दिल्ली दंगो के लिए सह आरोपी बनाना चाहिए. अगली बैठक में फेसबुक इंडिया के अधिकारियों को दोहरे मापदंड अपनाने और दिल्ली दंगे में फेसबुक की भूमिका पर उनका पक्ष जानने के लिए समन किया जाएगा.”
बता दें कि इससे पहले 25 अगस्त को पीस एंड हारमनी कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि फेसबुक के अधिकारियों को कमेटी के सामने पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा. इसके अलावा फेसबुक इंडिया एक्जीक्यूटिव अंखी दास को भी कमेटी के सामने बुलाया जाएगा.
फेसबुक को लेकर विवाद
फेसबुक पर बीजेपी नेताओं की हेट स्पीच पोस्ट को न हटाने का आरोप भी लगा है. इस मामले में फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास का नाम आया. वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) ने ‘Facebook’s Hate Speech Rules Collide With Indian Politics’ नाम की 1700 शब्दों की रिपोर्ट में इस बात की जांच की है कि किस तरह राजनीतिक संबंधों का भारत में फेसबुक की नीतियां लागू करने पर प्रभाव होता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)