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पराली से बनेगी बिजली, मतलब अगले साल दिल्ली में स्मॉग खत्म?

पराली जलाने से पैदा हुई धुंध के कारण उत्तर भारत और पाकिस्तान में लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल

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अगले साल से शायद दिल्ली के आसपास का इलाका स्मॉग के कहर से बच निकले. पर मुमकिन है पाकिस्तान को अभी धुंध झेलना पड़ेगी.

हुआ ये है कि स्मॉग और भयंकर प्रदूषण की बड़ी वजह पराली के धुएं को खत्म करने का तरीका बिजली मंत्रालय ने निकाल लिया है. अब पराली खेतों में जलने के बजाए बिजली घरों में जलेगी.

असल पंजाब और हरियाणा में किसान खेतों में पड़ी पराली जलाते हैं. इससे फैलने वाला धुआं प्रदूषण समेत दिल्ली और आसपास के चारों राज्यों में छा जाता है. यह इतना जहरीला होता है कि लोगों की सेहत के लिए बहुत नुकसान दायक होता है. भारत ने तो तरीका निकाल लिया लेकिन पड़ोसी पाकिस्तान क्या करेगा? क्योंकि पाकिस्तान के पंजाब और खासतौर पर लाहौर का भी धुंध से बुरा हाल है.

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पराली से बनेगी बिजली

सरकार ने ऐलान किया है कि थर्मल बिजली प्लांट में 10 परसेंट पराली का इस्तेमाल किया जाएगा. बिजली मंत्री आर के सिंह ने कहा कि एनटीपीसी पराली के गट्ठे खरीदने के लिये आने वाले दिनों में टेंडर जारी करेगी.

पराली का भाव 5,500 रुपये टन तय किया गया है. प्रदूषण पर अंकुश लगाने के साथ साथ किसानों के लिये भी ये बहुत फायदेमंद होगा.

हर एकड़ में करीब दो टन पराली निकलती है. यानी हर किसान को प्रति एकड़ 11,000 रुपये का फायदा. एनटीपीसी पराली की खरीद के लिए अगले कुछ दिनों में टेंडर निकालेगी. हम इसे सभी थर्मल पावर प्लांट्स में इस्तेमाल के लिए सभी राज्यों से बातचीत कर रहे हैं. 
आर के सिंह, बिजली मंत्री
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पराली के इस्तेमाल से बिजली उत्पादन लागत में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी. सिंह के मुताबिक बिजलीघरों में ईंधन में 10 प्रतिशत तक पराली मिलाना मुमकिन है.

प्रदूषण के लिए पराली जिम्मेदार

दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण की बड़ी वजह पंजाब और हरियाणा में बड़े पैमाने पर खेतों में पराली जलाने को जिम्मेदार माना जाता है. किसानों का कहना था कि वो पराली जलाना तभी रोक सकते हैं जब उन्हें इसके बदले मुआवजा मिले. अब सरकार ने उनकी बड़ी मांग पूरी कर दी है.

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धुंध की खतरनाक चादर में लिपटा पाक

पड़ोसी देश पाकिस्तान भी धुंध से परेशान है. इस वजह से खास तौर पर लाहौर में इस महीने करीब 600 से अधिक उडानें रद्द हो चुकी हैं. अमेरिकी मौसम एजेंसी ने चेतावनी दी है कि “यह उत्तर भारत और पाकिस्तान में धुंध के मौसम की शुरुआत है. आने वाले दिनों में ठंड और स्थिर हवाओं के कारण प्रदूषण बढ़ने की आशंका है. इससे शहर खतरनाक कोहरे की चादर में लिपट जाएंगे.”

(इनपुटः PTI से)

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