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दिल्ली में गर्मी ने तोड़ा 18 साल का रिकॉर्ड, चुरू में 50°C पारा

दिल्ली के अलावा राजस्थान के चुरू में भी टूटा पिछले 10 सालों का रिकॉर्ड

Published
भारत
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देश में पिछले कई हफ्तों से कोरोना वायरस को लेकर लोग परेशान हैं, लेकिन अब कोरोना के अलावा भीषण गर्मी ने भी लोगों की परेशान बढ़ा दी है. पूरे देशभर में कई जगह पारा 45 डिग्री से भी ऊपर चढ़ रहा है. जिसे देखते हुए पूरे उत्तर भारत में रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है. सिर्फ इतना ही नहीं दिल्ली में तो पिछले 18 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. यहां मई के महीने में पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक इससे पहले साल 2002 में पहुंचा था.

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गर्मी की मार राजस्थान के कई शहरों पर सबसे ज्यादा पड़ रही है. वहीं दिल्ली में भी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. जिससे लोगों को इस भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.

राजस्थान के चुरू में मंगलवार को पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. ऐसी झुलसा देने वाली गर्मी चुरू में 10 साल पहले देखी गई थी. इसके अलावा राजस्थान के बीकानेर, कोटा, जयपुर जैसे शहरों में भी पारा 45 डिग्री के पार रहा.

दिल्ली में भी झुलसा रही गर्मी

राजस्थान के अलावा दिल्ली के कई इलाकों में भी गर्मी बुरी तरह झुलसा रही है. कुछ इलाकों में लू चलने की भी खबरें सामने आई हैं. गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित दिल्ली का पालम इलाका हुआ है. यहां सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया जा रहा है.

सोमवार को जहां पालम में 46.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया, वहीं मंगलवार को ये और भी ज्यादा बढ़कर 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. साल 2002 के बाद दिल्ली में मई का महीना इस बार सबसे ज्यादा गर्म है.

गर्मी की मार झेल रहे लोगों का कहना है कि पहले ही वो कोरोना वायरस जैसी महामारी के चलते परेशान हैं, लेकिन अब गर्मी ने उनकी और परेशानी बढ़ा दी है. लोगों ने इसे काफी मुश्किल भरा वक्त बताया. बता दें कि चाहे वो कोरोना हो, सर्दी हो या फिर भीषण गर्मी, इन सबका सबसे बुरा असर गरीबों पर ही पड़ता है. गर्मी के चलते कई बेघर लोग लू की चपेट में आते हैं और उनकी मौत हो जाती है. इस बार भी बढ़ती गर्मी को देखते हुए खतरे का अंदाजा लगाया जा रहा है.

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