भारत के पहले प्रतिष्ठित वैक्स म्यूजियम मैडम तुसाद के दरवाजे 1 दिसम्बर से आम लोगों के लिए खुल रहे हैं. दिल्ली के दिल यानी की कनॉट प्लेस की फेमस रीगल बिल्डिंग में बनाया गया है इस म्यूजियम को. अंतरराष्ट्रीय मैडम तुसाद म्यूजियम की तर्ज पर बने इस म्यूजियम में आप फिल्म स्टार, खिलाड़ियों के साथ कई जानी-मानी हस्तियों का कर सकते हैं दीदार.
मिलिए बॉलीवुड की मशहूर हस्तियों से
इस म्यूजियम में बॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियों का दीदार कर सकेंगे. मधुबाला, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, श्रेया घोषाल और आशा भोसले के मोम के पुतले इस संग्रहालय में प्रदर्शित किए गए हैं. कपिल देव और मिल्खा सिंह जैसे खिलाड़ियों के पुतले भी प्रदर्शित किए जाएंगे. प्रमुख आकर्षणों में से एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मोम का पुतला भी होगा.
पीएम मोदी हैं खास आकर्षण
खिलाड़ियों का भी है जमावड़ा
इस विश्व प्रसिद्ध म्यूजियम में कई नामचीन खिलाड़ियों का जमावड़ा है. क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, भारत की महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम, इंग्लैंड फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान डेविड बेकहम, फर्राटा किंग उसेन बोल्ट, उड़न सिख नाम से मशहूर मिल्खा सिंह, कपिल देव, दिग्गज फुटबालर लियोनेल मेसी और क्रिस्टीयानो रोनाल्डो के मोम के पुतले लगे हैं, जो पूरी तरह जीवंत दिखते हैं. सभी खिलाड़ियों के पुतले खेल के मैदान में उनकी विशिष्ट शैली के साथ मैडम तुसाद में स्थापित किए गए हैं.
चार महीने से ज्यादा समय लगता है एक पुतला बनाने में
मैडम तुसाद पिछले 150 वर्षो से अधिक समय से मोम के पुतले बना रहे हैं. प्रत्येक मास्टरपीस को बनने में चार महीने से अधिक का समय लगता है और 20 से ज्यादा कलाकारों की टीम इस काम में लगती है. इसका सबसे प्रसिद्ध संग्रहालय लंदन में स्थित है.
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