दिल्ली हिंसा मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है, ''जिनके हाथ सिखों के नरसंहार से रंगे हों, वो यहां हिंसा रोकने में सफलता या असफलता की बात कर रहे हैं.''
जावडेकर ने कहा
- कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी जी ने दिल्ली की हिंसा पर जो बयान दिया है, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है
- अभी हिंसा समाप्त हो रही है, लोग जख्मी हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं और अभी जांच की शुरुआत हुई है. ऐसे में सभी पार्टियों का कर्तव्य होता है कि शांति कायम हो, उसके बजाए सरकार पर दोषारोपण करना बहुत गंदी राजनीति है
- आज बालाकोट के पराक्रम को एक साल हो रहा है, बालाकोट पर उन्होंने ऐसे ही सवाल उठाए थे. तीन साल पहले सर्जिकल स्ट्राइक पर भी इन्होंने ऐसे ही सवाल उठाए थे. देश के प्रयासों में मदद करने के बजाय वो केवल राजनीति करना चाहते हैं, जिसकी हम भर्त्सना करते हैं
इसके अलावा जावडेकर ने कहा, ''अभी सबका एक मात्र कार्य है कि हिंसा पूर्ण रूप से रुके और स्थाई शांति हो, चर्चा के लिए तो संसद का सत्र है, वहां चर्चा कर सकते हैं.''
दिल्ली हिंसा पर सोनिया ने क्या कहा था?
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 26 फरवरी को कहा,
- दिल्ली में हो रही घोर हिंसा, जानमाल के नुकसान पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए आज कांग्रेस कार्यसमिति की आपात बैठक हुई
- यह (हिंसा) सोची समझी साजिश है
- बीजेपी के अनेक नेताओं ने भड़काऊ भाषण देकर डर और नफरत का माहौल बनाया
- दिल्ली में मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार, खास तौर पर गृह मंत्री जिम्मेदार हैं. गृह मंत्री को यह जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए
- दिल्ली के मुख्यमंत्री और दिल्ली सरकार भी शांति बनाए रखने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं
PM मोदी ने की शांति बनाए रखने की अपील
दिल्ली हिंसा को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ''पुलिस और बाकी एजेंसी शांति और सामान्य हालात बहाल करने के लिए ग्राउंड पर काम कर रही हैं. मैं दिल्ली के भाइयों-बहनों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.''
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह अहम है कि जल्द से जल्द शांति और सामान्य स्थिति की बहाली हो.
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