दिल्ली हिंसा को लेकर अब दिल्ली सरकार ने लोगों को राहत देने का ऐलान किया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि सभी को उनके नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि मामले की देखरेख के लिए प्रभावित इलाके में 18 एसडीएम नियुक्त किए गए हैं. इसके अलावा जो लोग घायल हैं और प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे हैं उनके इलाज का पूरा खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी.
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हिंसा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि "कल से हिंसा की वारदातें कम हुई हैं. मैंने कई इलाकों का दौरा भी किया. कर्फ्यू लगा हुआ है. हमने कई सारी मीटिंग की हैं और जो दंगे से पीड़ित लोग हैं उनकी राहत के लिए कई सारे कदम उठाने का फैसला लिया गया है." घायलों के इलाज को लेकर केजरीवाल ने कहा,
“जो घायल लोग हैं, अगर कोई प्राइवेट हॉस्पिटल में जाकर इलाज करवाता है तो फरिश्ते स्कीम के तहत उसका इलाज होगा. जिसमें दिल्ली सरकार पूरा खर्चा उठाएगी. अब इस स्कीम में क्राइम इफेक्टेड और दंगे में घायल हुए लोग भी शामिल होंगे.”अरविंद केजरीवाल
'घरों में पहुंचा रहे हैं राशन'
सीएम अरविंद केजरीवाल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में खाना पहुंचाने की भी बात कही. उन्होंने कहा, "मुझे पता चला था कि कर्फ्यू की वजह से कुछ लोग निकल नहीं पा रहे हैं. वहां दिल्ली सरकार ने खाना पहुंचाना शुरू कर दिया है. इसमें नेताओं की मदद ली जा रही है. सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. प्रभावित इलाके में 18 एसडीएम रहेंगे. जो पूरे मामले को देखेंगे. इसके अलावा चार नाइट मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जा रही है."
मौत, घर जलने और रिक्शे पर भी मुआवजा
- नाबालिग की मौत पर 5 लाख का मुआवजा
- मौत पर प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपये का मुआवजा
- सीरियस इंजरी पर 2 लाख रुपये
- एनिमल लॉस पर 5 हजार रुपये प्रति एनिमल
- पैडल रिक्शा के लिए 25 हजार मुआवजा
- ई-रिक्शा के नुकसान पर - 50 हजार
- पूरी तरह से घर जलने पर - 5 लाख
- आधा घर जलने पर - ढ़ाई लाख मुआवजा
- घर जलने पर किराएदार को एक लाख रुपये का मुआवजा
- किसी की दुकान जलने पर - 5 लाख रुपये का मुआवजा
- पूरी तरह से जले घरों के लिए 25 हजार रुपये तुरंत मुहैया कराए जाएंगे
- घर में जरूरी कागजात जलने पर स्पेशल कैंप लगाए जाएंगे
दिल्ली हिंसा को लेकर 18 FIR दर्ज
दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके में 24-25 फरवरी को भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने 18 एफआईआर दर्ज की है. इस मामले में 106 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
हिंसा में दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्सटेबल समेत 34 लोगों की मौत हो चुकी है.
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