दिल्ली हिंसा से नाराज एक मशहूर बंगाली अभिनेत्री ने बीजेपी की सदस्यता छोड़ने का ऐलान किया है. अभिनेत्री सुभद्रा मुखर्जी साल 2013 में बीजेपी में शामिल हुईं थी. उन्होंने अपना इस्तीफा बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को सौंपा है. हालांकि, बीजेपी का कहना है कि वह अपने फैसले पर फिर से विचार करेंगी.
सुभद्रा मुखर्जी ने 28 फरवरी को ही अपना इस्तीफा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को दे दिया था, जिसमें उन्होंने इस्तीफा देने का कारण दिल्ली हिंसा को बताया. मुखर्जी ने मीडिया से कहा
‘मैं बहुत उम्मीदों के साथ पार्टी में शामिल हुई थी. लेकिन हाल में हुए दिल्ली हिंसा, हिंसा के बढ़ते माहौल और घृणा देख मैं बहुत दुखी हूं. धर्म के नाम पर भाई-भाई एक दूसरे का गला क्यों काट रहे हैं?’
मुखर्जी ने कहा मैं दिल्ली हिंसा में 40 से अधिक लोगों की मौत की खबर सुनकर विचलित हो गई हूं.
'धर्म के आधार पर हो रही पहचान'
सुभद्रा मुखर्जी ने कहा, मैं उस राजनीति ने नहीं जुड़ना चाहती हूं, जहां लोगों को उसके धर्म के आधार पर पहचान रहे हैं न कि मानवता के आधार पर.
'नहीं किया विचारधारा से समझौता'
मुखर्जी के बयान पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता शामिक भट्टाचार्य ने पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि, बीजेपी ने कभी विचारधारा के साथ समझौता नहीं किया है. उन्होंने कहा, हमने 50 के दशक से शरणार्थी और घुसपैठियों के अंतर के बारे में बात की है. भट्टाचार्य ने कहा दिल्ली में हुई हिंसा के लिए बीजेपी जिम्मेदार नहीं है.
भट्टाचार्य ने कहा, उन्हें सुभद्रा मुखर्जी के फैसले के बारे में जानकारी नहीं थी. लेकिन उम्मीद है कि वह अपने फैसले पर फिर से विचार करेंगी.
सुभद्रा मुखर्जी एक मशहूर अभिनेत्री है, जिन्होंने कई फिल्मों और टीवी सीरियल में काम किया है. मुखर्जी ने स्पष्ट कहा है कि अगर धर्म के आधार पर नागरिकों के बीच भेदभाव नहीं किया जाता तो वह नागरिकता कानून के खिलाफ नहीं थी.
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