हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला(Dharamshala) से अब मैक्लोडगंज का 10 किलोमीटर सफर मात्र 5 मिनट में तय होगा. धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे 19 जनवरी बुधवार को शुरू हो गया. इस रोपवे के शुरू होने से अब सैलानियों को लंबे जाम से छुटकारा मिलेगा. धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक बने रोपवे का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया. 207 करोड़ रुपये की इस परियोजना से पर्यटन के विकास को पंख लगने की उम्मीद है. इससे पहले सैलानियों को धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंचने में 3 से 4 घंटे का समय लगता था.
धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे खास बातें
धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे की लंबाई की बात करें, तो 1.75 किलोमीटर की है. इसके लिए 13 टावरों का निर्माण किया गया है. रोपवे में केबिन की संख्या 18-24 है. इसका बेस टर्मिनल धर्मशाला बस अड्डे और ऊपरी टर्मिनल को दलाई लामा बौद्ध मठ के पास स्थापित किया गया है
धर्मशाला-मैक्लोडगंज की कुल लागत 207 करोड़ है. प्रति एक घंटे एक हजार लोगों को लाने व ले जाने की इसकी क्षमता है. जबकि धर्मशाला से मैक्लोडगंज करीब दस किलोमीटर दूर है. इससे पहले धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंचने तक 3 से 4 घंटे का समय लगता था.
रोपवे का आनंद उठाने के लिए पांच सौ रुपये किराया खर्च करना पड़ेगा. एक तरफ का तीन सौ रुपये किराया तय किया गया है, जबकि दोनों तरफ के सफर के लिए पांच सौ रुपये देने होंगे. तीन साल से छोटे बच्चों के लिए टिकट नहीं लेनी पड़ेगी
आपको बता दें, रोपवे का काम 2017 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2019 तक इसका कार्य पूरा होना था.मगर, कोरोना महामारी और अन्य कारणों के चलते अब इसका कार्य करीब दो साल बाद पूरा हुआ है.
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