आजमगढ़ लोकसभा सीट (Azamgarh Lok Sabha Seat) पर 23 जून को उपचुनाव होना है. इस कड़ी में यूपी की दो लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने आजमगढ़ से भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव यानी निरहुआ को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. दिनेश लाल यादव 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव से हार गए थे, लेकिन अब अखिलेश यादव के विधानसभा जाने के बाद उस सीट पर फिर से उपचुनाव कराया जा रहा है. चलिए जानते हैं कौन हैं दिनेश लाल यादव और क्या है उनकी हार -जीत का पिछला रिकॉर्ड.
कौन हैं दिनेश लाल यादव
दिनेश यादव जाने-माने भोजपुर सिंगर और एक्टर हैं. इन्हें निरहुआ के नाम से जाना जाता है. इनका जन्म 2 अक्टूबर 1979 को गाजीपुर में हुआ था. निरूहुआ बेहद गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. खेत की आमदमनी से घर का खर्चा नहीं चल पाया तो दिनेश लाल यादव के पिता अपने दोनों बेटों के साथ कोलकाता चले गए, जहां वे तीनों मिलकर दिहाड़ी-मजदूरी करते थे. काम के साथ निरूहुआ ने अपना ग्रेजुएशन पूरा किया और 2001 में गांव वापस आकर संगीत की ट्रेनिंग ली.
कैसे बने निरूहुआ ?
दिनेल लाल यानी निरहुआ ने अपने संगीत करियर की शुरूआत बिरहा सिंगर से की थी. बाद में इन्होंने 'निरहुआ सटल रहे' (2003) निकाला. यह एल्बम इतना सुपरहिट हुआ कि लोग उन्हें दिनेश लाल यादव नहीं बल्कि ''निरहुआ'' के नाम से जानने लगे. 2008 में आई फिल्म निरहुआ रिक्शेवाला ने उन्हें रातों-रात मशहूर कर दिया.
राजनीति में हार-जीत का क्या है रिकॉर्ड
दिनेश लाल यादव निरहुआ ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीति में एंट्री की थी. निरूहुआ ने आजमहढ़ सीट से चुनाव लड़ा था, जो मुस्लिमों और यादवों का गढ़ रहा है. इन्हें टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव थे, जिन्होंने मोदी लहर में दिनेश लाल यादव को लोकसभा चुनाव में हराया था.
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