भारतीय वायुसेना को दुश्मनों को करारा जवाब देने के लिए अब एक और नया 'अस्त्र' मिल चुका है. जिससे हवा में मौजूद दुश्मन के फाइटर जेट को आसानी से तबाह किया जा सकता है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल 'अस्त्र' का सफल परीक्षण किया है. जिसके बाद अब यह मिसाइल वायुसेना के बेडे़ में शामिल होगी.
कितनी है रेंज?
एयरफोर्स को मिलने जा रही इस खास मिसाइल की रेंज 70 किमी तक बताई जा रही है. हवा में दुश्मन के विमान को यह मिसाइल 70 किमी दूर से भी निशाना बना सकती है. इस खतरनाक मिसाइल को भारतीय वायुसेना के विमान सुखोई से फायर किया गया. पश्चिम बंगाल के एयरबेस से उड़ान भरते हुए सुखोई ने इस मिसाइल का परीक्षण किया. डीआरडीओ के इस अहम परीक्षण में मिसाइल सफल रही. जिसे डीआरडीओ अपनी एक बड़ी कामयाबी के तौर पर मान रहा है.
कश्मीर को लेकर पाकिस्तान से तनातनी के बीच भारत ने यह इस खास मिसाइल का परीक्षण किया है. इससे पहले पाकिस्तान ने भी अपनी जमीन से जमीन पर मार करने वाली एक मिसाइल का परीक्षण किया था. इस मिसाइल का नाम गजनवी रखा गया था और इसकी रेंज करीब 290 किमी तक बताई गई थी.
एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण
इससे पहले भी DRDO ने अपनी ऐसी ही एक और मिसाइल का सफल परीक्षण किया था. DRDO ने मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) का सफल परीक्षण किया. इंडियन आर्मी में तीसरी पीढ़ी के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल के लिए बनाए जा रहे इस मिसाइल सिस्टम का ये तीसरा सफल परीक्षण था. यह मिसाइल भारतीय सेना के लिए काफी खास है. क्योंकि इसने अपने परीक्षण में दिए गए टारगेट को सटीक निशाना बनाया. इस परीक्षण को आंध्र प्रदेश के कुर्नूल के फायरिंग रेंज में किया गया था.
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