वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी जल्द ही ड्रेस कोड लागू हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर में स्पर्श दर्शन के लिए महिलाओं को साड़ी पहनना जरूरी होगा, वहीं पुरुषों को धोती कुर्ता पहनना अनिवार्य होगा. नया नियम मकर संक्रातिं के बाद लागू हो सकता हैं.
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी कुछ इसी तरह का ड्रेस कोड है, वहां गर्भ गृह में दर्शन के लिए महिलाओं को साड़ी पहननी होती है और पुरुषों को धोती-कुर्ता पहना पड़ता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर प्रशासन और काशी विद्धत परिषद के सदस्यों की बैठक में ये फैसला लिया गया. पैंट शर्ट और जींस पहनने वाले लोगों को सिर्फ दर्शन करने की इजाजत होगी. स्पर्श दर्शन के लिए नया ड्रेस कोड जल्द ही लागू हो सकता है. साथ ही स्पर्श दर्शन के समय भी बढ़ाया जा सकता है.
बीबीसी की खबर के मुताबिक मंदिर प्रशासन और विद्वत परिषद ये प्रस्ताव लेकर आया था कि ज्योतिर्लिंग का स्पर्श दर्शन करने के लिए बिना सिले हुए वस्त्र पहनकर ही लोग आएं. यह सुझाव सिर्फ गर्भ गृह के भीतर मूर्ति का स्पर्श करने वालों और पूजन करने वालों पर लागू होगा. गर्भगृह के बाहर से दर्शन करने वाले लोग किसी भी तरह का कपड़ा पहन सकते हैं.
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