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दिल्लीः खुले में पेशाब करने से रोकने पर ई रिक्शा चालक का मर्डर

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों लड़के दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ी मल कॉलेज के स्टूडेंट हो सकते हैं

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भारत
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देश की राजधानी दिल्ली के जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के बाहर खुले में पेशाब करने से रोकने पर आरोपियों ने 32 साल के ई रिक्शा चालक की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी.

जानकारी होने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

पुलिस के मुताबिक- शनिवार की शाम ई रिक्शा चालक रविंद्र ने दो लड़कों को मेट्रो स्टेशन के बाहर पेशाब करते हुए देखा और आपत्ति जताई. रविंद्र के रोकने पर वह लोग रविंद्र को बाद में सबक सिखाने की धमकी देकर चले गये.लेकिन दोनों रात करीब आठ बजे दस और लोगों के साथ वापस आए और रविंद्र को बुरी तरह से पीटा. रविंद्र को पिटता देख एक दूसरे ई रिक्शा वाले ने बीच बचाव करने की कोशिश की लेकिन आरोपियों ने उसे भी पीटा. रविंद्र को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.

दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज के स्टूडेंट फर शक

चश्मदीदों के मुताबिक, जिन दो लड़कों ने रविंद्र को मारा है वो शराब पी रहे थे. इन लोगों ने तौलिए में पत्थर बांधकर रविंद्र पर हमला किया था.

वहां मौजूद आसपास के लोगों के मुताबिक, दोनों लड़के दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज के स्टूडेंट हो सकते हैं. क्यूंकि एक ई रिक्शा चालक ने उनमें से एक लड़के को किरोड़ीमल कॉलेज के गेट पर छोड़ा था.

वेंकैया नायडू ने कहा- गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा

ई-रिक्शा चालक की क्रूर हत्या की निंदा करते हुए, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को कहा, "मैं इस मामले को व्यक्तिगत रूप से खुद देख रहा हूं. गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा. यह बड़े दुःख की बात है कि कुछ लोगों ने उसे मार दिया. वह ई रिक्शा चालक तो स्वच्छ भारत का प्रचार कर रहा था.

उन्होंने पीड़ित के परिवार को 50,000 रुपये का चेक भी दिया.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों आरोपियों की तस्वीरें वहां लगे सीसीटीवी में कैद हैं.

रविंद्र मेट्रो स्टेशन के पास एक झुग्गी बस्ती में रहता था. उसकी पिछले साल शादी हुई थी और उसकी पत्नी सात महीने की गर्भवती है.

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