प्रवर्तन निदेशालय (ED) जल्द ही संदेसरा भाइयों के खिलाफ एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत चार्जशीट दाखिल करेगा. संदेसरा भाई गुजरात में एक मेडिसिन कंपनी के प्रमोटर हैं और कथित तौर पर 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा के बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में वॉन्टेड हैं. अधिकारियों ने सोमवार को ये जानकारी दी.
अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) इन भाईयों और दूसरे आरोपियों के खिलाफ आपराधिक शिकायत के आधार पर इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा कि अभी वो कहां हैं इसकी उन्हें सही जानकारी नहीं है.
एंटी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत चार्जशीट स्पेशल कोर्ट में दाखिल किए जाने की उम्मीद है. ईडी ने इस मामले में दूसरे आरोपियों के खिलाफ पहले भी कुछ चार्जशीट दाखिल की थी.
सीबीआई ने कहा कि इस मामले में संदेसरा भाइयों (चेतन जयंतीलाल संदेसरा और नितिन जयंतीलाल संदेसरा), उनकी वडोदरा स्थित कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक लिमिटेड और दूसरों के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में पीएमएलए का मामला दर्ज किया था. इससे दो दिन पहले ही सीबीआई ने 5,700 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था.
ईडी ने एक बयान में कहा, ‘‘2004-2012 के दौरान कई बैंकों ने 5,700 करोड़ रुपये का कर्ज दिया. अगस्त 2017 में आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए थे.'' जांच के दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से एक गगन धवन है जो कर्ज की मंजूरी के समय केंद्र का करीबी था.
(इनपुट: भाषा)
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