प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने गुरुवार को पत्रकार राणा अय्यूब(Rana Ayyub) से कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ₹1.77 करोड़ रूपये को अपने नियंत्रण में लिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने निजी खर्चों के लिए डोनेशन के तौर पर मिले पैसे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.
ईडी ने यूपी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर पिछले साल अय्यूब के खिलाफ जांच शुरू की थी.
यूपी पुलिस को लिखाई गई शिकायत में शिकायत कर्ता विकास सांकृत्यायन ने आरोप लगाया था कि राणा अय्यूब ने केटो पर राहत के नाम पर अवैध रूप से सार्वजनिक धन अर्जित किया था.
ईडी और आयकर विभाग दोनों इस मामले में वित्तीय लेनदेन की जांच कर रहे हैं.
ईडी ने दावा किया है कि अय्यूब को एफसीआरए (विदेशी योगदान नियमन अधिनियम) के तहत बिना किसी मंजूरी के विदेशी चंदा मिला, जो विदेश से कोई फंडिंग प्राप्त करने के लिए अनिवार्य है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)