प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती सईद को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 15 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है. महबूबा मुफ्ती की बेटी सना मुफ्ती ने न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत में कहा कि ED के अधिकारी एक समन देने के लिए घर आए थे लेकिन उस वक्त महबूबा घर पर मौजूद नहीं थीं.
सना ने कहा कि मैंने अधिकारियों को अपने घर पर तब आने के लिए कहा जब मेरी मां मौजूद रहें और वो खुद अपने हाथों से उन्हें समन सौंपें. सना ने कहा कि ईडी ने उन्हें 15 मार्च को दिल्ली में एजेंसी मुख्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा है.
ये छोटी सोच नहीं चलेगी- मुफ्ती
समन की खबर सामने आने के बाद महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट किया है, जिसमें ED के समन का जिक्र तो नहीं है लेकिन ये केंद्र सरकार की निंदा की गई है.
विपक्षी नेताओं को दबाने कर अपने पक्ष करने की भारत सरकार की चाल का अब अंदाजा पहले ही लग जाता है. वो नहीं चाहते हैं कि हम उनकी नीतियों, फैसलों पर सवाल उठाएं. ये छोटी सोच की साजिशें नहीं चलेंगी.महबूबा मुफ्ती
फारूक अब्दुल्ला ने की निंदा
फारूक अब्दुल्ला ने ED के इस समन को सियासी प्रतिशोध करार दिया है. अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसे हथकंडे जम्मू-कश्मीर के हालात को सुधारने में काम नहीं आएंगे.
सना मुफ्ती ने और क्या कहा?
ईडी द्वारा अपनी मां को समन भेजे जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में सना मुफ्ती ने कहा कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का एक स्पष्ट मामला है. यह मेरी मां को डराने के लिए किया जा रहा है क्योंकि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से वह मुखर होकर सरकार की आलोचना करती रही हैं. लेकिन हम डरे हुए नहीं हैं, क्योंकि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि ईडी के अधिकारियों ने केवल नोटिस दिखाया, लेकिन उनके साथ साझा नहीं किया.
(इनपुट: IANS से भी)
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