भोपाल सेंट्रल जेल से 8 सिमी आतंकी फरार हो गए हैं. सिमी पर 2008 में प्रतिबंध लगाया गया था. जिसके बाद मध्यप्रदेश के इंदौर और खंडवा से बड़े पैमाने पर सिमी आतंकियों की गिरफ्तारी की गई थी.
आतंकियों ने फरार होने से पहले हेड कांस्टेबल की भी हत्या कर दी और कुछ पुलिसवालों के हाथ-पैर बांध दिए. फरार आतंकियों के तलाश के लिए सर्च ऑपेरेशन शुरू हो चुका है और पूरे मध्य प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है.
आतंकियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए दीपावली की रात चुनी. सोमवार तड़के 3:30 बजे आंतकी फिल्मी अंदाज में जेल तोड़कर नौ दो ग्यारह हो गए. फरार हुए सारे आतंकी एक साथ एक ही जेल में बंद थे.
आतंकियों के नाम हैं: मुजीब शेख, खालिद, माजिद, जाकिर, सलीम, महबूब, खिलची और अमजद.
यह है उनका फिल्मी अंदाज
- पहले भोपाल सेंट्रल जेल की बी ब्लॉक में बंद कैदियों ने जेल की बैरक तोड़ी.
- बैरक तोड़कर बाहर निकले और हेड कांस्टेबल की गला गोदकर हत्या कर दी.
- उसके बाद कुछ पुलिसवालों को पीटकर हाथ-पैर बांध दिए.
- ओढ़ने वाली चादर को रस्सी बनाकर दीवार की कुंटी पर अटकाई.
- फिर चादर के सहारे एक-एक करके आतंकी दीवार कूदकर भाग निकले.
भोपाल सेंट्रल जेल से एसपी अरविंद सक्सेना ने इस पूरी घटना की जानकारी दी.
वारदात के बाद दिल्ली में भी कई जगह चौकसी बड़ा दी गई है. चप्पे चप्पे पर पुलिस वाले वाहनों की तलाशी ले रहे है.
इन भागे 8 आतंकियों पर पांच-पांच लाख रूपये का इनाम भी रखा गया है. इतनी बड़ी वारदात के बाद जेल प्रशासन पर तरह तरह के सवाल उठना लाजमी है. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने भी ये बात मानी है कि ये सुरक्षा में बड़ी चूक है.
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