मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार का शोर सोमवार को थम गया. अब 28 नवंबर को राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी. इस चुनाव में मतदाताओं को अपने पक्ष में प्रभावित करने के लिए सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने पूरा जोर लगाया. प्रचार के अंतिम दौर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने अपने विरोधियों पर तीखे तीर छोड़ने में कोई कोताही नहीं की.
बीजेपी ने प्रदेश की सत्ता में लगातार चौथी बार वापसी के लिये ‘मामा‘ के नाम से लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है. इसके विपरीत कांग्रेस ने फिलहाल इस पद के लिये अपना कोई चेहरा घोषित करने से परहेज किया है.
वोटिंग के लिए कितना तैयार है मध्य प्रदेश?
- मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को 230 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी
- इस बार कुल 2907 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इनमें 1102 निर्दलीय उम्मीदवार हैं
- मध्य प्रदेश में कुल 5,04,95,251 मतदाता हैं. इनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिला एवं 1,389 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं
- इसके साथ ही इसमें 62,172 सेवारत मतदाता हैं जो कि डाक मतपत्र से मतदान कर सकते हैं
- मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में 45,000 महिला कर्मचारियों की सेवायें ली जाएंगी.
- इसके साथ ही मतदान के दिन 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे
- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 3,00,782 कर्मचारी चुनाव कार्य में लगेंगे. इनमें 45,904 महिला कर्मचारी शामिल हैं.
- मतदान के लिए प्रदेश में 65,367 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं
- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे. इनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं.
- प्रदेश में 160 पोलिंग बूथ केवल दिव्यांग कर्मचारियों के जिम्मे रहेंगे. ये बूथ पूरी तरह दिव्यांग कर्मचारी ही संचालित करेंगे.
- इसके अलावा 3046 पोलिंग बूथ केवल महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किये जाएंगे.
- प्रदेश में 17,000 पोलिंग बूथ संवेदनशील घोषित किये गये हैं. यहां केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल और वेबकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात रहेंगे.
शिवराज दिसंबर 2005 से लगातार प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. बीजेपी शिवराज सिंह की अगुवाई में 2008 और 2013 का चुनाव जीत चुकी है. साल 2003 का चुनाव बीजेपी ने अपनी फायरब्रांड नेता उमा भारती की अगुवाई में जीता था.
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