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मीट एक्सपोर्टर कंपनी अल्लाना ग्रुप ने शिवसेना को 5 और BJP को 2 करोड़ का चंदा दिया

Electoral Bond: मीट एक्पोर्टर कंपनी अल्लाना ग्रुप ने साल 2019 और 2020 के बीच कुल 7 इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं.

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Electoral Bond Data Analysis: चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड के यूनिक नंबर के साथ राजनीतिक पार्टियों और कंपनियों का डाटा सार्वजनिक कर दिया है. चुनावी चंदा देने वाली कंपनियों में एक नाम अल्लाना ग्रुप (ALLANA Group) का भी है. खास बात यह है कि खुद को हलाल बोनलेस भैंस के मांस के सबसे बड़े उत्पादक और निर्यातक बताने वाली अल्लाना ग्रुप से जुड़ी कंपनियों ने साल 2019 में 6 और साल 2020 में 1 बॉन्ड खरीदा, जिसे शिवसेना और बीजेपी ने भुनाया है.

कब-कब कितने का बॉन्ड खरीदा और भुनाया गया?

  • Allana कोल्ड स्टोरेज ने 7651 नंबर का बॉन्ड 9 जुलाई 2019 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को शिवसेना ने 11 जुलाई 2019 को भुनाया.

  • ALLANASONS प्राइवेट लिमिटेड ने 7655 नंबर का बॉन्ड 9 जुलाई 2019 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को शिवसेना ने 11 जुलाई 2019 को भुनाया.

  • ALLANASONS प्राइवेट लिमिटेड ने 7653 नंबर का बॉन्ड 9 जुलाई 2019 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को शिवसेना ने 11 जुलाई 2019 को भुनाया.

  • FRIGORIFICO ALLANA ने 7659 नंबर का बॉन्ड 9 जुलाई 2019 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को शिवसेना ने 11 जुलाई 2019 को भुनाया.

  • FRIGORIFICO ALLANA ने 7657 नंबर का बॉन्ड 9 जुलाई 2019 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को शिवसेना ने 11 जुलाई 2019 को भुनाया.

  • ALLANASONS प्राइवेट लिमिटेड ने 7720 नंबर का बॉन्ड 9 अक्टूबर 2019 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को बीजेपी ने 19 अक्टूबर 2019 को भुनाया.

  • FRIGERIO CONSERVA AL ने 7772 नंबर का बॉन्ड 22 जनवरी 2020 को खरीदा था. कीमत 1 करोड़ रुपए थी. इस नंबर के बॉन्ड को बीजेपी ने 3 फरवरी को भुनाया.

बता दें कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से चुनाव आयोग को सौंपे गए ताजा डाटा में अल्फान्यूमेरिक नंबर है, जिसके जरिए ये आसानी से पता लगाया जा सकता है कि किस कंपनी ने कितने नंबर का बॉन्ड खरीदा और उसे किस पार्टी ने भुनाया.

अल्लाना ग्रुप के दफ्तरों पर जनवरी 2019 में हुई थी IT की रेड

आपको बता दें कि 11 जनवरी 2019 को छपी इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इनकम टैक्स की मुंबई ब्रांच ने अल्लाना समूह के परिसरों पर छापेमारी की थी. रिपोर्ट के अनुसार दो दिनों से अधिक समय तक 100 से अधिक इकाइयों पर छापे मारे गए थे.

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