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Electoral Bonds Data: शीर्ष 5 दाताओं में शामिल हल्दिया एनर्जी लिमिटेड के पीछे कौन?

Electoral Bonds Data: हल्दिया एनर्जी लिमिटेड के निदेशक संजीव गोयनका आईपीएल टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के भी मालिक हैं.

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सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के निर्देशों के बाद गुरुवार 14 मार्च की शाम को बहुप्रतीक्षित इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) के आंकड़े जारी कर दिए गए. सामने आई कंपनियों की लिस्ट में हल्दिया एनर्जी लिमिटेड HEL को मई 2019, जुलाई 2021, अक्टूबर 2021, जुलाई 2022 और जनवरी 2023 में किए गए 377 करोड़ रुपये के चंदे के साथ टॉप पांच डोनर में से एक के तौर पर देखा जा सकता है.

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संजीव गोयनका साल 2018 तक कंपनी के निदेशक रहे हैं. कंपनी की स्थापना 29 नवंबर, 1994 को की गई थी. कंपनी की वेबसाइट पर लिखा है, "समूह के कारोबार में बिजली एवं ऊर्जा, कार्बन ब्लैक विनिर्माण, खुदरा, आईटी-सक्षम सेवाएं, एफएमसीजी, मीडिया एवं मनोरंजन और कृषि शामिल हैं."

दो दिन पहले भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी थी कि उसने शीर्ष अदालत के आदेश को मानते हुए भारत के चुनाव आयोग को इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीद और बॉन्ड के रिडेम्पशन की जानकारी दे दी है.

अब तक क्या है मालूम?

सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, हल्दिया एनर्जी लिमिटेड कोलकाता में कंपनी रजिस्ट्रार में रजिस्टर है. कंपनी "वास्तुकला, इंजीनियरिंग और अन्य तकनीकी गतिविधियों" में कारोबार करती है.

सबसे ज्यादा राजनीतिक चंदा देने वाली कंपनियों में से एक हल्दिया एनर्जी लिमिटेड ने 1 करोड़ रुपये के 375 बॉन्ड खरीदे.

देबांजन मंडल, नोशिर नवल फ्रामजी, गार्गी चटर्जी और रबी चौधरी हल्दिया एनर्जी लिमिटेड के अन्य निदेशक हैं.

संजीव जाने-माने व्यवसायी हर्ष गोयनका के भाई हैं और आरपीएसजी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. संजीव गोयनका ने अक्टूबर 2021 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की लखनऊ फ्रेंचाइजी खरीदने के लिए करीब एक बिलियन डॉलर रकम दी थी.

तीन हफ्ते पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि संजीव के आरपीएसजी समूह ने अक्षय ऊर्जा सहित उत्तर-पूर्व भारत में निवेश के अवसरों में दिलचस्पी जाहिर की है. आरपीएसजी समूह का राजस्व 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो चुका है.


रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, हल्दिया समूह ने भी 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को चंदा दिया था.

कोयले की नीलामी

द रिपोर्टर्स कलेक्टिव की रिपोर्ट के मुताबिक, हल्दिया पश्चिम बंगाल में सरिसाटोली कोयला खदान के लिए एक ऑनलाइन बोली लगाने में भी शामिल थी. 

रिपोर्ट में लिखा है, "बोली लगाने वालों में कुल पांच में से तीन लोग आरपीएसजी ग्रुप के थे. यह कैग के अघोषित आंतरिक दस्तावेजों से पता चलता है.

उनकी कंपनी ने कथित तौर पर सहायक कंपनियों के जरिए कोयला ब्लॉक के लिए नीलामी की बोली को मनचाहे तरीके से कम करने के लिए सांठगांठ की. नीलामी से दो दिन पहले अधिग्रहित एक अन्य कंपनी के माध्यम से उन्होंने कथित तौर पर अपनी मूल कंपनी कलकत्ता विद्युत आपूर्ति निगम (CESC) द्वारा उसी निजी आईपी एड्रेस से बोली लगाई थी.

रिपोर्टर्स कलेक्टिव की रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया है कि जनवरी 2015 में कोयला ब्लॉक की नीलामी के लिए आवेदन करने की तारीख से दो दिन पहले CESC ने अपनी दो सहायक कंपनियों: हल्दिया एनर्जी लिमिटेड और धारीवाल इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए तीन शेल कंपनियों- शीशम कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड, विजन कॉमोट्रेड प्राइवेट लिमिटेड और वाटर हाइसिंथ कॉमोसेल प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया.

इसके बाद CESC, शीशम कमर्शियल और हल्दिया एनर्जी ने सरिसाटोली ब्लॉक की नीलामी में हिस्सा लिया. गोयनका ग्रुप की एक अन्य सहायक कंपनी धारीवाल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड भी पार्टियों को राजनीतिक चंदा देने वाली कंपनियों की लिस्ट में शामिल है.

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जय शाह और उनकी अपनी आईपीएल टीम

संजीव गोयनका के स्वामित्व वाले RPSG ग्रुप ने 7,090 करोड़ रुपये (2023 में 80 बिलियन रुपये या 1 बिलियन डॉलर के बराबर) की बोली के साथ लखनऊ फ्रैंचाइज़ी को संचालित करने का अधिकार हासिल कर लिया. 

पिछले साल दिसंबर में 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में संजीव गोयनका ने बीसीसीआई प्रमुख जय शाह का जिक्र किया था. जय शाह गृह मंत्री अमित शाह के बेटे हैं. संजीव गोयनका ने उन्हें दूरदर्शी बताया और कहा कि उन्होंने (जय शाह) बीसीसीआई टीम को एक और विश्व स्तरीय नीलामी अनुभव देने में अगुवाई की.

संजीव गोयनका को नवंबर 2014 में हल्दिया में थर्मल पावर प्लांट के उद्घाटन के मौके पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ देखा गया था.

डेक्कन क्रॉनिकल के मुताबिक, नवंबर 2023 में पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गोयनका पर निशाना साधा था और उनसे राज्य में सत्ता में आने के बाद से सत्तारूढ़ टीएमसी को चुनावी बॉन्ड सहित अपनी राजनीतिक फंडिंग का खुलासा करने के लिए कहा था.

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