दो महीने पहले लापता हुई 47 वर्षीय हथिनी लक्ष्मी का पता चल गया है जिसे ढूंढ़ने के लिए देशव्यापी अलर्ट जारी किया गया था. दिल्ली वन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने तड़के करीब तीन बजे राष्ट्रीय राजधानी में यमुना खादर क्षेत्र से हथिनी के साथ उसके महावत सद्दाम को पकड़ा.
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने हथिनी का पता लगाने के लिए मंगलवार को एक तलाशी अभियान शुरू किया था. यमुना नदी के किनारे और उत्तर प्रदेश-दिल्ली सीमा के पास वाले क्षेत्रों में लगभग 12 अधिकारियों की तीन टीमों ने तलाशी की.’’ अधिकारी ने बताया-
हमने पुलिस से यमुना पुश्ता इलाके में गश्त बढ़ाने का अनुरोध किया क्योंकि हमें संदेह था कि हथिनी को कहीं रखा गया है. शकरपुर पुलिस ने सुबह-सुबह महावत और हथिनी को पकड़ा और हमें जानकारी दी. हथिनी सुरक्षित है. इसे सुबह स्नान कराया गया और नाश्ता दिया गया. हथिनी को हरियाणा में पुनर्वास केंद्र भेजा जाएगा.
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लक्ष्मी को दिल्ली पुलिस आयुक्त (पूर्व) के कार्यालय से करीब 100 मीटर दूर एक मैदान में रखा गया था.
सूत्रों ने बताया कि इस दौरान हथिनी का इस्तेमाल शादी-विवाह, धार्मिक कार्यक्रमों और अन्य आयोजनों के लिए किया जा रहा था.
दिल्ली पुलिस उपायुक्त (पूर्व) जसमीत सिंह ने कहा,‘‘हथिनी यमुना खादर इलाके में मिली. उसके महावत सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया गया है.’’
हथिनी का मालिक युसूफ अली और उसका बड़ा बेटा फरार है. उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हथिनी को शहर में देखे जाने का दावा किया गया था, जिसके बाद उसे तलाश करने के प्रयास नए सिरे से शुरू किए गए.
हथिनी शकरपुर में रहने वाले अली परिवार की है. यह परिवार उसके रहने, देखरेख की व्यवस्था नहीं कर पा रहा था और उसका उचित ध्यान नहीं रख पा रहा था इसलिए इसी साल फरवरी में वन विभाग ने हथिनी को कब्जे में लेने का नोटिस जारी किया था.
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